DelhI Election News: पिछले कुछ महीनों से चल रहे दिल्ली के राजनीतिक घटनाक्रम ने राजनीतिक दलों के अलावा पूरे देश की धड़कनें बढ़ा दी हैं. दिल्ली में बीजेपी और इंडिया गठबंधन के उम्मीदवारों ने अपने-अपने क्षेत्र में चुनाव प्रचार में कोई कसर नहीं छोड़ी है. अगर पिछले चुनाव में दिल्ली की सभी 7 सीटों पर चुनाव जीतने वाली बीजेपी की बात की जाए तो उसने इस बार सबसे ज्यादा अपने प्रचार पर फोकस किया हुआ है. इस बार भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव से जुड़े सबसे ज्यादा विज्ञापन की अनुमति दिल्ली मुख्य निर्वाचन कार्यालय से मांगी है. 


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दरअसल आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद पार्टियों को शहर में कोई भी राजनीतिक विज्ञापन लगाने के लिए दिल्ली मुख्य निर्वाचन कार्यालय से मंजूरी लेना आवश्यक है. पीटीआई के मुताबिक दिल्ली शहर में लगभग 2,084 राजनीतिक विज्ञापनों के लिए भाजपा ने 13 मार्च से 8 मई तक चुनाव निकाय को करीब 517 आवेदन दिए हैं. कांग्रेस ने 349 राजनीतिक विज्ञापनों के लिए 118 आवेदन डाले हैं.इसके अलावा आम आदमी पार्टी ने लोकसभा चुनाव से संबंधित छह विज्ञापनों के लिए आवेदन दिया है. चुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक दलों द्वारा भेजे गए 638 आवेदनों के पर कुल 2,423 विज्ञापनों को मंजूरी दी है।


राजनीतिक दल चुनाव के दौरानशॉर्ट फिल्म के अलावा क्रिएटिव और विज्ञापन चलाने के लिए आवेदन करते हैं. पार्टियां एक एप्लीकेशन में कई विज्ञापनों और लघु फिल्मों के लिए अनुरोध कर सकती हैं. फिलहाल भाजपा के 16 विज्ञापनों के लिए तीन आवेदन पर चुनाव निकाय की मंजूरी मिलना बाकी है.


नगर निकाय के सभी 12 क्षेत्रों में सीईओ कार्यालय की मंजूरी के बिना लगाए गए राजनीतिक विज्ञापनों को हटाने का काम दिल्ली नगर निगम को सौंपा गया है. इसके बाद निगम ने 13 मई तक ऐसे करीब 8.84 लाख से अधिक पोस्टर, बैनर, होर्डिंग्स, साइनेज, झंडे और अन्य राजनीतिक विज्ञापन हटाए हैं. 


AAP चार और तीन सीट पर कांग्रेस लड़ रही चुनाव 
इंडिया गठबंधन में शामिल आप और कांग्रेस दिल्ली में क्रमशः 4 और 3 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं, जबकि भाजपा एक बार फिर सभी सीटें जीतने के लिए भरसक प्रयास कर रही है. आप ने पूर्वी दिल्ली से कुलदीप कुमार, साउथ दिल्ली से सहीराम पहलवान, नई दिल्ली से सोमनाथ भारती और पश्चिमी दिल्ली से  महाबल मिश्रा को चुनाव मैदान में उतारा है. इसके अलावा कांग्रेस ने चांदनी चौक सीट से जेपी अग्रवाल, नॉर्थ ईस्ट सीट से कन्हैया कुमार और नार्थ वेस्ट से उदित राज को अपना उम्मीदवार बनाया है. दिल्ली में 25 मई को मतदान होना है और वोटों की गिनती 4 जून को होगी. 


चुनावी बॉन्ड से BJP को सबसे ज्यादा मिला है पैसा 
21 मार्च तक किन कंपनियों ने चुनावी बांड के तौर पर किस पार्टी को कितना पैसा दिया है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर इस बार चुनाव आयोग ने ये डाटा शेयर किया है. इसके मुताबिक देश में सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी को सबसे ज्यादा 5594 करोड़ रुपये मिला है. इसके बाद अगर कंपनियों ने किसी पर भरोसा जताया है तो वो है तृणमूल कांग्रेस. ममता बनर्जी की पार्टी को चुनावी बॉन्ड के माध्यम से करीब 1592 करोड़ की राशि मिली है. इसके अलावा कांग्रेस को 1351 करोड़ रुपये दिए गए हैं. अगर चुनावी बॉन्ड से मिली राशि के आधार पर देखा जाए तो टॉप टेन पार्टियों की लिस्ट में आम आदमी पार्टी मौजूद नहीं है.