लुई विटॉन जैसे ब्रांड के जूतों का शौक और शक्ल किसी हॉलीवुड के एक्टर से कम नहीं है इस गैंगस्टर की
आपने बहुत से गैंगस्टर को देखा होगा मगर यह गैंगस्टर आपको किसी हॉलीवुड एक्टर से कम नहीं लगेगा. फिल्मी अंदाज में पुलिस की कस्टडी से फरार हुए इस गैंगस्टर को दो साल से ज्यादा का समय हो चुका है. इस पर यूपी पुलिस ने करीब ढाई लाख का इनाम और दिल्ली पुलिस ने 50,000 का इनाम रखा हुआ है. इसके रहन-सहन और इसकी शक्ल सुरत से यह अपराधी किसी हॉलीवुड के एक्टर जैसा नजर आता है. लेकिन किसी को नहीं पता कि यह अपराधी दुनिया के किस कोने में छिपा हुआ है.
नई दिल्लीः मेरठ के बेरापुर का निवासी बदन सिंह बद्दो मूल रूप से पंजाब का रहने वाला है. साल 1970 में बद्दो के पिता चरण सिंह जांलघर से मेरठ आ गए. इसके बाद उन्होंने यहां ट्रक चलाने का काम शुरू किया. कुछ समय बीतने के बाद उन्होंने खुद ट्रांसपोर्ट का बिजनेस शुरू कर दिया. बदन सिंह बद्दो अपने सात भाइयों में सबसे छोटा था. जब वह बड़ा हुआ तो वह भी ट्रांसपोर्ट के बिजनेस में कूद पड़ा. इस दौरान उसका संपर्क इलाके के कई बदमाशों से हुआ.
इसके बाद उसने शराब के कारोबार में कदम रखा. उसने पश्चिमी यूपी के बॉर्डर के इलाकों में शराब की तस्करी करनी शुरू कर दी. उस पर पहला अपराधिक मामला साल 1988 में दर्ज हुआ था, जब उसने एक जमीन के विवाद में मेरठ के कोतवाली बाजार में किसी व्यक्ति की हत्या कर दी थी. इस दौरान उसको एक राइफल और 15 जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार कर लिया गया था. उसने साल 1994 में फिर एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी थी.
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फिर साल 1996 में उसने एक वकील के दोस्त की पत्नी के बारें कुछ गलत टिप्पणी कर दी थी, जिसके बाद नाराज वकील ने बद्दो को एक थप्पड़ मार दिया था, जिसकी कीमत वकील को अपनी जान गवा कर चुकानी पड़ी. इस मामले में कोर्ट ने साल 2017 को उसे उम्रकैद की सजा सुनाई थी. इस तरह उसका खौफ यूपी के इलाकों में धीरे-धीरे बढ़ने लगा. बद्दो के खिलाफ यूपी समेत कई राज्यों में हत्या, वसूली, लूट और डकैती के 40 से अधिक मामले दर्ज हैं. बदन सिंह बद्दो का रहन-सहन देखकर कोई नहीं सोच सकता कि वह एक मोस्टवांटेड अपराधी है. उसके पास महल जैसे घर और लग्जरी बुलेटप्रूफ कार समेत विदेशी के कुत्ते हैं. बद्दो के पास कई विदेशी हथियार भी हैं. उसे महंगे जूतों का शौकिन माना जाता है, जो उसे बाकी अपराधियों से अलग रखता है.
कैसे हुआ फरार
साल 2019 में 28 मार्च का यह वो दिन था. जब बद्दो को एक पुराने मामले में पेशी के लिए पुलिस गाजियाबाद कोर्ट ले गई थी. पेशी होने के बाद जब उसे वापिस जेल में वापिस ले जाने लगे तो बद्दो ने प्लान बनाया. उसने पुलिस वालों को मेरठ चलने के लिए राजी किया. यहां उसने एक होटल में पहुंचने के बाद पुलिसवालों को जमकर शराब पिलाई. इसी बीच बद्दो मौका पाकर पुलिस वालों को चकमा देकर भाग गया. जिस समय यह घटना हुई उसी दिन मेरठ में हाई अलर्ट था. उस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी चुनावी रैली घटनास्थल से लगभग 18 किलोमीटर दुर संबोधित कर रहे थे. बद्दो को फरार हुए 2 साल से भी ज्यादा का समय हो चुका है, लेकिन अभी तक उसका किसी को कोई अता-पता नहीं है. एजेंसियों का कहना है कि वह अपने बेटे के साथ विदेश में है.