Makar Sankranti 2023: कैसे हुई मकर संक्रांति पर पतंग उड़ाने की शुरुआत, जानें पौराणिक और वैज्ञानिक कारण
Makar Sankranti 2023: मकर संक्रांति पर पतंग उड़ाने की कहानी को भगवान राम से जोड़कर देखा जाता है. ऐसी मान्यता है कि भगवान राम ने सबसे पहले पतंग उड़ाने की शुरुआत की थी.
Makar Sankranti 2023: देशभर में मकर संक्रांति का त्योहार धूम-धाम से मनाया जाता है. इस दिन गंगा स्नान और दान-पुण्य का विशेष महत्व माना जाता है. इस साल 15 जनवरी को मकर संक्रांति का त्योहार मनाया जाएगा. बरसों से इस दिन पतंग उड़ाने की परपंरा भी चली आ रही है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि पतंग उड़ाने के पीछे की वजह क्या है?
भगवान राम से जुड़ी है पौराणिक कथा
मकर संक्रांति पर पतंग उड़ाने की कहानी को भगवान राम से जोड़कर देखा जाता है. ऐसी मान्यता है कि भगवान राम ने सबसे पहले पतंग उड़ाने की शुरुआत की थी. जब भगवान राम ने पहली बार पतंग उड़ाई थी, वह उड़कर स्वर्ग लोक में इंद्र के पुत्र जयंत की पत्नी के पास पहुंच गई. जयंत की पत्नी को वो पतंग काफी पसंद आई और उन्होंने पतंग को अपने पास रख लिया.
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भगवान राम की पतंग को वापस लेने के लिए जब हनुमान स्वर्ग लोक पहुंचे तो जयंत की पत्नी ने पतंग वापस करने से पहले भगवान राम से मिलने की इच्छा जताई. तब भगवान राम ने कहा था कि वो मेरा दर्शन चित्रकूट में कर सकती है. हनुमान दोबारा स्वर्ग लोक ये संदेश लेकर गए और पतंग वापस लेकर आ गए.
पतंग उड़ाने का वैज्ञानिक कारण
पतंग उड़ाने के पौराणिक महत्व के साथ ही वैज्ञानिक कारण भी है, जिसके अनुसार मकर संक्रांति का त्योहार ठंड में मनाया जाता है. सर्दियों के समय धूप में बैठने से विटामिन-D मिलता है. साथ ही सर्दी-जुकाम की समस्या में भी आराम मिलता है. पतंग उड़ाने से दिमाग और शरीर दोनों का इस्तेमाल होता है और एक्सरसाइज करने का मौका भी मिलता है. वैज्ञानिक दृष्टिकोण से पतंग उड़ाने से बीमारियों से बचने में मदद मिलती है.