अनिल मोहनिया/नूंह-मेवात: राहुल गांधी की सजा पर नूंह और फिरोजपुर झिरका के विधायकों ने अपनी प्रतिक्रिया देते दी. उन्होंने कहा है कि जिस तरह से 2014 से भारतीय जनता पार्टी की केंद्र तथा राज्य में सरकारें हैं. उन्होंने कहा कि अपने राजनीतिक प्रतिशोध के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर विपक्ष के नेताओं की आवाज दबाने का काम किया जा रहा है. जिस तरह से राहुल गांधी देश में बेरोजगारी, महंगाई और मौजूदा सरकार की जो कमियां हैं. उनको उठाने का काम करने पर राहुल गांधी की आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है. आज उसी का नतीजा है कि एक केस में सजा हुई है. उसको लेकर अब एक कानूनी लड़ाई लड़ी जाएगी.


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इससे स्पष्ट है कि केंद्र सरकार विपक्ष की आवाज दबाने के लिए सरकारी एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही हैं. आपको बता दें कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को सूरत जिला अदालत ने दो साल की सजा सुनाई है. उनकी कथित 'मोदी सरनेम' टिप्पणी को लेकर अदालत उनके खिलाफ एक आपराधिक मानहानि के मामले में राहुल गांधी को दोषी करार दिया है.


बता दें कि 2019 की एक चुनावी रैली के दौरान मोदी सरनेम को लेकर की गई उनकी आपत्तिजनक टिप्पणी के खिलाफ बीजेपी के विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री पूर्णेश मोदी ने राहुल गांधी पर मानहानि का दावा ठोका था. धारा 504 के तहत राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाई है, लेकिन इस मामले में राहुल गांधी जेल नहीं जाएंगे. उन्हें इस मामले में जमानत मिल गई है.


वहीं कांग्रेसी विधायकों ने कहा कि रमजान का पवित्र महीना चल रहा है. इस महीने लोगों को बिजली पानी पर्याप्त मात्रा में मिले. इसके लिए भी उन्होंने जिला प्रशासन से बात की है. कांग्रेसी विधायकों ने प्रदेश की जनता को रमजान के पवित्र महीने की शुभकामनाएं दी और आज रमजान का पहला जुम्मा है. उसकी भी लोगों को शुभकामनाएं दी.