NEET Result 2022: 4 छात्रों को NEET में मिले 715 नंबर, फिर जानें कैसे तनिष्का बनी टॉपर
NTA ने चारों स्टूडेंट्स में टॉपर घोषित करने के लिए टाई ब्रेकिंग फॉर्मूले की मदद ली, जिसके आधार पर तनिष्का को 1st रैंक मिली. इस फार्मूले में 6 नई चीजें शामिल की गईं और इनके आधार पर ही सेम नंबर पाने वाले चारों छात्रों की रैंक डिसाइड की गई.
NEET UG Result 2022: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA)के द्वारा बुधवार को देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी 2022 का परिणाम जारी कर दिया गया, जिसमें 4 छात्रों ने 99.99 पर्सेंटाइल के साथ टॉप पोजिशन हासिल की है. इन सभी ने 720 में 715 नंबर हासिल किए हैं. लेकिन NTA के द्वारा इन चारों को टॉपर घोषित नहीं किया गया बल्कि चारों छात्रों को 1st, 2nd, 3rd और 4th रैंक दी गई. ऐसे में सवाल यह उठता है कि एक जैसे नंबर लाकर सभी छात्रों की रैंक अलग-अलग क्यों है?
NTA ने चारों स्टूडेंट्स को टॉपर घोषित करने के लिए टाई ब्रेकिंग फॉर्मूले को चूज किया, जिसके बाद हरियाणा की तनिष्का ने 1st रैंक के साथ ऑल इंडिया टॉप किया. दिल्ली के वत्स आशीष बत्रा को 2nd रैंक, कर्नाटक के ऋषिकेश नागभूषण गांगुली 3rd रैंक और कर्नाटक के रुचा पवाशे को 4th रैंक मिली. NTA के द्वारा साल 2021 में 3 चीजों के आधार पर छात्रों को रैंक दी जाती थी, जिसमें इस बार 6 नई चीजें शामिल की गई और इनके आधार पर ही सेम नंबर पाने वाले चारों छात्रों की रैंक डिसाइड की गई.
हरियाणा की तनिष्का ने बनी NEET UG Topper, बताया वो तरीका जिससे किया टॉप
टाई ब्रेकिंग फॉर्मूला
1. जिस छात्र के बायोलॉजी (बॉटनी एंड जूलॉजी) में ज्यादा मार्क्स आएंगे, उसे रैंक में ऊपर रखा जाएगा.
2. बॉयोलॉजी से रैंक तय नहीं होने पर केमिस्ट्री के मार्क्स देखे जाएंगे और केमिस्ट्री में जिसके ज्यादा मार्क्स आएंगे, उसे रैंक में ऊपर रखा जाएगा.
3. इसके बाद फिजिक्स के मार्क्स देखे जाएंगे, जिसके फिजिक्स में ज्यादा मार्क्स आएंगे, उसे रैंक में ऊपर रखा जाएगा.
4. जिसने सही उत्तरों की तुलना में कम गलत उत्तर दिए होंगे, उसे ऊपर रखा जाएगा.
5. इसके बाद जिस छात्र का बायोलॉजी (बॉटनी व जूलॉजी ) में किए गए गलत उत्तर और सही उत्तरों का अनुपात कम होगा, उसे ऊपर रखा जाएगा.
6. इसके बाद जिस उम्मीदवार का केमिस्ट्री में अटेम्प्टेड गलत उत्तर और सही उत्तरों का अनुपात कम होगा, उसे ऊपर रखा जाएगा.
7. जिस उम्मीदवार का फिजिक्स में अटेम्प्टेड गलत का प्रतिशत कम होगा.
8. अधिक आयु वाले उम्मीदवार को ऊपर रखा जाएगा.
9. नीट एप्लीकेशन नंबर के बढ़ते क्रम के आधार पर रैंक तय की जाएगी.
तीन सालों में सबसे कम रहा कटऑफ
तीन सालों में इस बार नीट कटऑफ सबसे कम है, इस साल अनारक्षित वर्ग का कट ऑफ स्कोर 715-117, OBC, SC और ST का कट ऑफ स्कोर 116-93 है.