Nikki Yadav Murdercase: झज्जर: झज्जर के गांव खेड़ी की बेटी निक्की यादव की हत्या से पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है. एक तरफ जहां घरवाले स्तब्ध हैं कि आखिर उनकी बेटी एकदम उन्हें कैसे छोड़ कर चली गई तो वहीं परिजन इस मामले की सुनवाई फास्ट ट्रेक कोर्ट में करवाने की मांग कर रहे हैं. इतना ही नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आरोपी को फांसी पर लटकाने की मांग की जा रही है.


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 निक्की के पिता सुनील निक्की के अस्थि विसर्जन के लिए गढ़ गंगा गए हुए हैं. निक्की के गांव की गलियां सूनी पड़ी है लोग शोक व्यक्त करने निक्की के घर पर बैठे हुए हैं.  निक्की की मौत से उसका पूरा परिवार सहमा हुआ है. निक्की की मां गांव की अन्य महिलाओं के साथ बेसुध बैठी हुई है. जो किसी से कोई बात नहीं कर रही.


निकी यादव हत्याकांड के बाद हुए खुलासों से परिजन भी अचंभित हैं. निक्की के चाचा प्रवीण यादव का कहना है कि निक्की पढ़ने के लिए कॉलेज जाती थी और वह हॉस्टल में रह रही थी. ऐसे में पुलिस घरवालों को गुमराह करने के लिए निक्की के लिव-इन में रहने की थ्योरी एक्सप्लेन कर रही है, जो सरासर गलत है. उनका कहना है कि हमारे यहां लिवइन का मतलब शादी से पहले एक साथ रहना है, जो उनके बच्चे कभी भी नहीं कर सकते.


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निकी यादव की हत्या का परिजनों को काफी समय बाद पता लगा है. निक्की के चाचा ने बताया कि जब निक्की गायब हुई तो उसे ढूंढने के लिए उसके पिता आरोपी साहिल गहलोत के घर भी गए थे, लेकिन वहां भी उन्हें अपनी बेटी के बारे में कुछ पता नहीं लगा. आरोपी ने उनकी बेटी के बारे में उन्हें किसी तरह की कोई सूचना नहीं दी. मामला बेहद संगीन है. देश की राजधानी दिल्ली में हुए इस घटनाक्रम से छोटे-छोटे गांव से बड़े शहरों में बच्चों को उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए भेजने वाले मां-बारप भी चिंतित हैं.


सभी के जहन में यह सवाल उठ रहा है कि आखिर इंसान के अंदर इतनी हैवानियत कैसे आ जाती है कि वह पलभर में किसी की भी जीवन को तबाह कर देता है और खुलेआम घूमने लगता है. बहराल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है, लेकिन देखना यह होगा पुलिस जांच में क्या कुछ निकल कर सामने आता है.