नई दिल्ली: सेकंड हैंड पुराने और अनआइडेंटिफाइड मोबाइल फोन के पार्ट्स को री असेम्बल कर नया फोन बनाकर मार्केट में ऑनलाइन और ऑफलाइन बेचने वाली कंपनी का पर्दाफाश हुआ. इनके पास से दो करोड़ की कीमत के 350 से ज्यादा के मोबाइल फोन बरामद किए है और अवैध मोबाइल फोन बिक्री के करोड़ों रुपयों का ट्रांजेक्शन का रिकॉर्ड मिला. इसके साथ 5 करोड़ की जीएसटी की चोरी पकडी है. पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया और अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ये भी पढ़ें: Hisar: ज्वेलरी शॉप पर चली गोली, बंदूक तानकर मांगे 50 लाख रुपये फिरौती


लालच इंसान की फितरत है इसलिए जब कोई कीमती चीज कम दामों पर मिलती है लोग उसे खरीद लेते हैं. यह जानने का प्रयास नहीं करते कि वह इतनी सस्ती कीमत पर क्यों मिल रही है. लोगों की इसी फितरत का फायदा उठाकर कुछ जालसाज लोगों ने पुराने फोन के पार्ट्स को निकालकर उसे री असेम्बल कर नया फोन बनाकर कम कीमतों को बेच रहे थे.


सूचना मिलने पर पुलिस टीम ने नोएडा सेक्टर 8 की एक फैक्ट्री में छापा मारकर इस गोरखधंधे को पकड़ा है. नोएडा जोन के डीसीपी ने बताया कि इस गिरोह की मोडस ऑपरेंडी यह थी कि फोन के पार्टस निकालकर एक नया फोन तैयार किया जाता था, जिसकी कीमत बाजार की कीमत से 50-60 प्रतिशत कम होती थी और इसका कोई भी बिल ग्राहक को नहीं दिया जाता था. साथ ही इस फोन की वास्तविक पेकिंग भी गायब रहती थी. जैसे किसी फोन की बाजार की कीमत एक लाख रुपये है तो इसको 35-40 हजार रुपये में बेच दे देते थे.


डीसीपी ने बताया की इनफोर्सल टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड के दिवाकर शर्मा पुत्र राकेश कुमार शर्मा बी-21, सेक्टर-8, नोएडा से गिरफ्तार किया गया है. अभियुक्त के कब्जे से 350 अवैध मोबाइल फोन, 1 लैपटॉप और रिपेयरिंग करने के उपकरण समेत कई सामान बरामद किया है. इस कंपनी के कर्मचारी सिर्फ 20-25 दिनों के लिए काम के लिए रखे जाते थे, जिससे उनको इसके बारे में कोई जानकारी न होने पाए. पुलिस की सूचना पर जीएसटी/ कस्टम टीम मौके पर पहुंची और प्रारंभिक जांच के दौरान 5 करोड़ की जीएसटी चोरी भी उनके हाथ लगी. इस मामले में पुलिस ने अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने की जांच में लगी है.