Twin Towers Demolition: देश के अब तक के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है, जब किसी इतनी उंची इमारत को जमींदोज करने का फैसला लिया गया है. ट्विन टावर को आज दोपहर 2 बजकर 30 मिनट पर ध्वस्त कर दिया जाएगा, जिसे लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. इन टावरों को गिराने में लगभग 20 करोड़ रुपये का खर्च आएगा. सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम के बीच इन दोनों टावरों को गिराया जाएगा. 


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सोक ट्यूब सिस्टम के तहत गिराए जाएंगे टावर
ट्विन टावर को गिराने के लिए सोक ट्यूब सिस्टम का प्रयोग किया जाएगा, जिसमें टावर की सभी इमारतें महज कुछ सेंकड में धराशायी हो जाएंगी. बेसमेंट से टावर गिरना शुरू होगा. सबसे पहले 29 मंजिला सियान टावर को गिराया जाएगा उसके बाद 32 मंजिला एपेक्स टावर को गिराया जाएगा. 


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आस-पास की इमारतों पर होगा असर
दोनों टावर में विस्फोट के दौरान अधिकतम 34 और न्यूनतम 2MM प्रति सेकेंड का कंपन होगा, जिससे 10 मीटर के दायरे में आने वाली इमारतों में दरारे आ सकती हैं. इस दौरान 150 डेसीबल का शोर उत्पन्न होगा, जो बेहद खतरनाक होता है. 


सुरक्षा के इंतजाम


1. ट्विन टावर में विस्फोट के दौरान नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे 2 बजे से 3 बजे तक बंद रहेगा. इसके साथ ही एटीएस तिराहे से गेझा फल सब्जी मंडी तिराहे का मार्ग, एल्डिको चौराहे से सेक्टर-108, सर्विस रोड, श्रमिक कुंज चौराहे से सेक्टर-92 रतिराम चौक, श्रमिक कुंज चौराहे से सेक्टर-132 की ओर फरीदाबद फ्लाईओवर और सेक्टर-128 से श्रमिक कुंज चौराहे-फरीदाबाद फ्लाईओवर तक के मार्ग को बंद रखा जाएगा. 


2. ट्विन टावर के आस-पास सुरक्षा व्यवस्था के लिए 400 पुलिसकर्मी, लगभग 200  ट्रैफिक पुलिस, फायर ब्रिगेड की गाड़ियां और NDRF की टीम तैनात की गई है, इसके साथ ही 7 CCTV कैमरे भी लगाए गए हैं. किसी भी आपात की स्थिति से निपटने के लिए चार अस्पतालों में सेफ हाउस भी बनाए गए हैं. आस-पास के आवासीय क्षेत्रों में रहने वाले बच्चों, बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों को दोपहर 2 बजकर 30 मिनट से कुछ देर तक मास्क पहनने की सलाह दी गई है.


3. उड्डयन मंत्रालय के द्वारा भी विस्फोट को ध्यान में रखते हुए दोपहर 2 बजे से 4 बजे तक 2 घंटे के लिए उड़ान आस-पास विमानों के उड़ने पर रोक लगा दी गई है. इसके साथ ही यहां पर 26 अगस्त से 31 अगस्त तक ड्रोन उड़ाने पर भी पाबंदी रहेगी. 


4. ब्लास्ट के बाद धूल को रोकने के लिए दमकल की गाड़ियां पानी का छिड़काव करेंगी. इसके साथ ही एंटी स्मॉग गन, 50 टैंकर और 10 मैकेनिकल स्वीपिंग मशीन भी सफाई का काम करेंगी. 


5. ब्लास्ट के बाद लगभग 28 हजार मीट्रिक टन मलबा निकलेगा, जिसका निस्तारण करने में लगभग 3 महीने का समय लगेगा. मलबे का निस्तारण  सेक्टर-80 में स्थित सी एंड डी वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट में किया जाएगा. 


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चेतन दत्ता दबाएंगे ब्‍लास्‍ट का बटन
दोपहर 2 बजकर 29 मिनट पर डिमोलिशन एक्सपर्ट चेतन दत्ता ब्लैक बॉक्स से जुड़े हैंडल को रोल करेंगे. इसके बाद इसमें लगा हुआ लाल बल्ब ब्लिंक करना शुरू कर देगा. इसका मतलब है कि अब चार्जर ब्लास्ट के लिए पूरी तरह से तैयार है. इसके बाद दत्ता हरा बटन दबाएंगे और 9 सेकेंड में बिल्डिंग धराशायी हो जाएगी.