नई दिल्ली : नोएडा के श्रीकांत मामले में सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह को 11,50,50,000 रुपये की मानहानि का नोटिस भेजा है. मौर्य ने शनिवार को नोटिस की कॉपी के साथ ट्वीट किया था-पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्धनगर ने विधानसभा पास को लेकर श्रीकांत त्यागी प्रकरण में बिना जांच-पड़ताल किए गैर जिम्मेदाराना हरकत कर प्रेस के माध्यम से पूरे देश में मेरी छवि-प्रतिष्ठा और लोकप्रियता को धूमिल करने का प्रयास किया.


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दरअसल श्रीकांत की गिरफ्तारी के बाद नोएडा पुलिस ने उसके कब्जे से कुल चार गाड़ियां जब्त की थीं, जिसमें से एक फॉर्च्यूनर कार पर सचिवालय का एंट्री पास लगा था. नोएडा पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया था कि श्रीकांत को विधायक का पास स्वामी प्रसाद मौर्य ने उपलब्ध कराया था. 


नोएडा सेक्टर 93ए स्थित ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी (Grand Omaxe Society) में महिला से गालीगलौज मामले में गिरफ्तार श्रीकांत त्यागी के मामले ने शनिवार दोपहर तूल पकड़ लिया था. दोपहर को त्यागी समाज के सैकड़ों लोग सेक्टर 93 गेझा शनि मंदिर में एकत्र हुए और उसके बाद उन्होंने नोएडा के सांसद डॉ. महेश शर्मा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस बीच प्रदर्शनकारियों और पुलिस में बहस और तनातनी भी हुई. प्रदर्शनकारी ओमेक्स ग्रैंड सोसायटी की तरफ कूच करना चाह रहे थे, लेकिन पुलिस ने काफी देर तक उन्हें समझाया और वहां जाने से रोक दिया. 


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दरअसल त्यागी समाज श्रीकांत के समर्थन में उतर आया है. राष्ट्रीय त्यागी युवा संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशीष त्यागी ने गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है. पत्र में श्रीकांत त्यागी की पत्नी को पुलिस हिरासत में रखकर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. त्यागी समाज को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. 


संगठन महामंत्री चौधरी ईशान त्यागी ने बताया, श्रीकांत के परिवार के साथ ऐसा व्यवहार किया गया है, जैसे उसका किसी आतंकी से ताल्लुक है. उन्होंने आरोप लगाया कि सांसद डॉ.महेश शर्मा ने पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह से बात करते हुए अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किया। इसके बावजूद इस मामले में योगी सरकार ने कोई कार्रवाई सुनिश्चित नहीं की है. उन्होंने त्यागी समाज के कुछ युवकों की गिरफ्तारी को गलत बताया. उनका कहना है कि गलती श्रीकांत की थी तो उसे गिरफ़्तार किया गया, लेकिन अब उसके घर की घर की महिलाओं और बच्चों को टारगेट क्यों किया जा रहा है.