नई दिल्ली: दिल्ली में आयोजित एक प्रेस कॉन्फेंस के दौरान आम आदमी पार्टी ने वन नेशन वन इलेक्शन का विरोध किया. आम आदमी पार्टी के नेताओं ने प्रेस कॉन्फेंस के दौरान कहा कि वन नेशन वन इलेक्शन में बहुत सारी खामियां देखने को मिलती हैं. साथ ही उहोंने कहा कि इसके लागू होने से राज्य के मुद्दों पर ध्यान नहीं दिया जाएगा.  AAP ने ONOE पर विरोध जताते हुए कहा कि इस व्यवस्था के लागू होते ही चुनावों से पार्दर्शिता गायब हो जाएगी और चुनावों में धनबल का उपयोग होने लगेगा.


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ONOE में हैं खामियां!
आम आदमी पार्टी विधायक आतिशी ने प्रेस कॉन्फेंस के दौरान कहा कि वन नेशन वन इलेक्शन लागू होने के बाद बहुमत ना होने कि स्थिति में विधायक सीधे अपना मुख्यमंत्री चुन सकते हैं ऐसे में इससे भाजपा के ऑपरेशन लोटस में फायदा होगा. अपने मंत्री चुनावों के दौरान राज्यों के मुद्दो पर ध्यान नहीं दिया जाएगा. इन्हीं खामियों की वजह से आम आदमी पार्टी वन नेशन वन इलेक्शन का विरोध करती है. साथ ही आप ने कहा कि केंद्र और राज्य के मुद्दे अलग- अलग होते हैं इसलिए दोनों चुनावों को एक साथ नहीं कराया जा सकता है. 


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ऑपरेशन लोटस को मिलेगा बल
वन नेशन वन इलेक्शन को पूरी तरीके से गैर संवैधानिक करार देते हुए आप नेताओं ने कहा कि 'वन नेशन वन इलेक्शन पूरी तरह से गैर संवैधानिक है इसलिए आम आदमी पार्टी वन नेशन वन इलेक्शन का विरोध करती है.' साथ ही भारतीय जानता पार्टी पर निशाना साधते हुए उहोंने कहा कि ऑपरेशन लोटस को कानूनी अधिकार दिलाने के लिए भारतीय जनता पार्टी वन नेशन वन इलेक्शन लागू कराना चाहती है. साथ ही आप ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी विधायकों की खरीद-फरोख करती है और आज स्थिति ऐसी बन गई है कि ईडी और सीबीआई के बदौलत पूरे देश में एक तिहाई चंदा सिर्फ भारतीय जनता पार्टी के पास आता है.