रिश्तों को `मजबूत` करने के साथ-साथ इन गुणों के लिए भी जाना जाता है पान, जानें इससे जुड़ी कुछ रोचक बातें
पान (paan) का भारतीय लोगों से एक गहरा जुड़ाव है. भारतीय सिनेमा में भी फिल्मों के गीत `पान खाए सैंया हमार` और `खाइके पान बनारस वाला` जैसे गीतों को भी लोगों ने काफी पसंद किया है. तो चलिए जानते हैं पान से जुड़े खास गुणों के बारे में...
नई दिल्लीः पान (paan) का भारतीय लोगों से एक गहरा जुड़ाव है. इतना ही नहीं... भारतीय सिनेमा में भी फिल्मों के गीत 'पान खाए सैंया हमार' और 'खाइके पान बनारस वाला' जैसे गीतों को भी लोगों ने काफी पसंद किया है. भारत के प्राचीन ग्रंथ देख लीजिए या आयुर्वेद की पुस्तकों को पढ़ लीजिए, हर जगह पर पान खाने का जिक्र किया गया है. इतना ही नहीं पान को धर्म और संस्कृति से भी जुड़ा हुआ है.
इसलिए आपने अक्सर शादी समारोह जैसी जगहों पर भी पान शगुन के तौर पर खाया जाता है. दरअसल, पान में गुणों की भरमार है. जैसेः- पान में कोशिकारक्षक (antioxidants), गर्मीनाशक (anti-inflammatory), सूक्ष्मजीवी रोधी (anti-microbial) और शुगररोधी (anti-diabetic) तत्व पाए जाते हैं. पुरुषों और स्त्रियों के बीच प्रेम को भी बढ़ावा देता है.
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पुराणों और संस्कृत में है पान का वर्णन
वैसे तो आपने पान अकसर खास मौके पर खाया होगा, मगर कई लोग ऐसे हैं जो रोजाना पान खाना पसंद करते हैं. लेकिन, क्या आप लोग जानते हैं कि हिंदू धर्मग्रंथों पुराणों, स्तोत्र, आयुर्वेदिक ग्रंथ के अलावा संस्कृत साहित्य में तांबूल पान से जुड़े अनगिनत फायदे बताएं गए हैं. हिंदू धर्म के अनुसार पाने के पत्तों को अलग-अलग हिस्सों में विभिन्न देवी-देवता का निवास होता है और शायद यहीं वजह है कि पूजा-यज्ञ या धार्मिक अनुष्ठानों में पान का इस्तेमाल किया जाता है.
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कहते हैं कि तंत्र-मंत्र से जुड़े कार्यों में पान को सिद्धि-प्राप्ति में सहायक बताया गया है और जीवन के हर महत्वपूर्ण कर्म या जीवन-चक्र जैसे यश, धर्म, ऐश्वर्य, वैराग्य और मुक्ति में पान अपनी भूमिका निभाता है. स्कंद पुराण में जिक्र किया गया है कि जब देवताओं और असुरों ने समुद्र मंथन किया, उस दौरान जो आकाशीय पिंड निकले, उनमें पान भी एक था. महाभारत के तीन अध्यायों मे पान का भी वर्णन किया गया है.
आपको बता दें कि 13वीं शताब्दी कवि अमीर खुसरो ने पान के स्वाद की सुंदरता को दर्शाने वाली कविताएं मुकरियां लिखी थी. इसलिए आज भी भारतीय शास्त्रीय गायक पान खाकर अपनी आवाज और गले के संक्रमण से बचाने और उसे सुरीला बनाते हैं.
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