Panipat News: पानीपत समालखा ब्लॉक के हथवाला रोड पर निजी कंपनी द्वारा किसान संगोष्ठी व मेले का आयोजन किया गया. इस मेले में हरियाणा व उत्तर प्रदेश के करीब 50 से अधिक किसानों ने भाग लिया. मेले में किसानों के लिए सबसे ज्यादा ताइवान के तरबूज की नई-नई किस्में आकर्षण का केंद्र बिंदु रहीं. तरबूज की नई किस्मों को देखकर किसान अब गन्ने की खेती छोड़ तरबूज की खेती करने की तैयारी कर रहे हैं.


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मेले में पहुंचे किसान ने कहा कि हाईटेक खेती नहीं होकर आम किसान की तरह खेती किया की गई है. उन्होंने कहा कि तरबूज, फूल व टमाटर की खेती देखकर काफी अनुभव ले रहा हूं. किसान ने कहा कि तरबूज की खेती करने के बारे में विचार किया जा रहा है. तरबूज की नई किस्मों को देखकर अच्छा मुनाफा होने की संभावना नजर आ रही है.


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उन्होंने कहा कि किसान वैज्ञानिक की देखरेख में अगर खेती करता है तो उसे अच्छा खासा मुनाफा भी हो सकता है. किसान ने कहा कि बहुत सी ऐसी कंपनी हैं, जो बीज बेचने के लिए आती हैं. उन्होंने कहा कि यहां पर ऑर्गेनिक यानी कि कम मात्रा में पेस्टिसाइड वाली खेती की जाती है.


उत्तर प्रदेश से आए किसान दीपक ने कहा कि खेती करने के नए तरीकों को देखने यहां आया था. उन्होंने कहा कि नेट वाली खेती देखकर काफी आकर्षित हो रहे हैं, जोकि महंगी भी नहीं है. किसान ने कहा कि खेती पहले वाले जमाने की नहीं रही जिस तरह से मोबाइल अपडेट होते हैं वैसे ही किसानों को भी अपडेट होना चाहिए. दीपक ने कहा कि मेरे साथ आए किसानों को भी इन नई तकनीकों के बारे में जागरूक और सिखाया जाएगा.


किसान ने बताया कि शामली में 3 एकड़ की जमीन हैं, जिसमें पहले मैं गन्ने की खेती करता था, लेकिन अब मैं उसमें तरबूज की खेती करूंगा. उन्होंने बताया कि इस कंपनी के बीज से 1 एकड़ में 30 टन तक तरबूज का उत्पादन होता है, जिससे काफी मुनाफा हो सकता है. उन्होंने किसान भाइयों से कहा कि अधिक मात्रा में उत्पादन न कर उत्पादन की क्वालिटी बेहतर करें तो मुनाफा अधिक होगा. दीपक ने सरकार से गुहार लगाई कि सरकार किसानों के लिए ऐसी नीति बनाए कि इस प्रकार की नई किस्म की फसल का निर्यात किया जा सके ताकि किसानों को अधिक से अधिक लाभ ले सकें.


Input: Rakesh Bhayana