राकेश भयाना/पानीपत : शहर में साथी पुलिसकर्मियों पर गंभीर आरोप लगाकर हेड कांस्टेबल आशीष द्वारा त्यागपत्र देने के बाद पुलिस अधीक्षक ने उसका तबादला पुलिस लाइन में कर दिया गया है. तबादले से आशीष नाखुश नजर आ रहे हैं. इस बीच आज जब उनसे उनके त्यागपत्र देने की वजह पूछी गई तो आशीष ने कहा कि पिछले काफी समय से उन्होंने पानीपत में अतिक्रमण व नशे के खिलाफ मुहिम छेड़ी हुई है, जिसकी वजह से अतिक्रमण और नशाखोरी काफी हद तक कम हो गई थी, लेकिन पुलिस नशे का व्यापार कर रहे अपराधियों को छुड़ाने में उनकी मदद  करती है. इसके बाद उसे यह महसूस हुआ कि यह गलत है.


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हेड कांस्टेबल आशीष ने कहा कि इस मुहिम के बाद पुलिस अधीक्षक द्वारा कई आरोपियों को सजा देने के बाद लोगों में डर पैदा हो गया था और लोगों ने पुलिस को रिश्वत देनी बंद कर दी थी. उन्होंने कहा कि नशे के खिलाफ छेड़ी मुहिम में अधिकारियों को सहयोग नहीं मिलने की वजह से उन्हें त्यागपत्र देना पड़ा.


इस्तीफा देने के बाद अधिकारियों ने आशीष को तनावग्रस्त बताया था. इस बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने ऐसा क्यों कहा, यह अधिकारियों को ही पता होगा, लेकिन मैं किसी मानसिक तनाव में नहीं हूं. हेड कांस्टेबल ने कहा कि अगर मैं अपनी ड्यूटी के साथ-साथ नशे के खिलाफ मुहिम छेड़ रहा हूं तो इसमें गलत कुछ नहीं है. इसमें किसी अधिकारी को भी ऐतराज नहीं होना चाहिए.


2018 में खुद से रिटायरमेंट लेने के प्रश्न पर हेड कांस्टेबल ने कहा कि किसी मामले में डीएसपी ने किडनैप कर लिया था, जिसमें डीएसपी पर कार्रवाई करने की बजाय डिपार्टमेंटल इंक्वायरी व झूठे मुकदमे चला दिए थे. इसलिए सिस्टम से तंग आकर उस समय भी त्यागपत्र दिया था.उन्होंने हंसते हुए कहा, मुझे पुलिस लाइन में भेज दिया गया है, वहां रहकर तो काम नहीं कर पाऊंगा. 


वहीं पुलिस कार्यप्रणाली पर सवाल उठाकर इस्तीफा देने के मामले में इनेलो नेता अभय चौटाला ने कहा कि पुलिस अधिकारी व सिपाही नशा आदि नहीं बिकने देते. कुछ एकाध अधिकारी ऐसा करते हैं, वे भी सरकार के कद्दावर लोगों की शह पर करते हैं.