8 Female Freedom Fighters: अंग्रेजों ने जब काट दिए थे स्तन, कराहती रही महिला, मगर अपने साथियों का नहीं बताया नाम, जानें 8 क्रांतिकारी महिलाओं की कहानी

8 Female Freedom Fighters: देश को आजाद हुए आज 77 साल पूरे होने जा रहे हैं. आगामी 15 अगस्त को पूरा भारत 77वां स्वतंत्रता दिवस मनाएगा. बता दें कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम में जहां पुरुषों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, तो वहीं आजादी दिलाने में महिलाएं भी पीछे नहीं रहीं. भारतीय इतिहास में कई महिलाएं ऐसी हैं जिन्होंने अपने साहस, संघर्ष और समर्पण के साथ देश की स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. आइए जानते हैं ऐसी 8 क्रांतिकारी महिलाएं, जिन्होंने अपने योगदान के लिए सराहना पाती है.

रेनू अकर्णिया Sun, 13 Aug 2023-7:18 pm,
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Rani Lakshmi Bai: झांसी की रानी लक्ष्मीबाई ने 1857 की सिपाही बघावत में अपने योगदान से अपने देशवासियों के दिलों में जगह बनाई. रानी लक्ष्मी बाई ने 'चूक के सिद्धांत' का विरोध किया था और अग्रेजों के हाथ न आने के कारण अंत उन्होंने खूद को आग के हवाले किया था.

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Neera Arya: नीरा आर्य ने देश को आदाजी दिलाने के लिए अपने स्तन तक कटवा दिए. इनके बारे में कहा जाता है कि इन्होंने सुभाष चंद्र बोस की जान बचाने के लिए अपने पति तक की हत्या कर दी थी और ये सुभाष चंद्र बोस की भारतीय राष्ट्रीय सेना की पहली महिला जासूस थी.

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Sarojini Naidu: 'भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की नायिका' कहलाने वाली सरोजिनी नायडू ने स्वतंत्रता संग्राम में अपने महत्वपूर्ण योगदान के लिए प्रसिद्ध हैं. सरोजिनी नायडू 1925 में कानपुर अधिवेशन में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की पहली भारतीय महिला अध्यक्ष थीं. 1928 में वह गांधीजी से अहिंसा आंदोलन का संदेश लेकर अमेरिका आईं.

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Kamala Nehru: पंडित जवाहरलाल नेहरू की पत्नी कमला नेहरू ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के साथ ही सामाजिक सुधारों और महिलाओं के प्रति काम अपना योगदान दिया.

 

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Aruna Asaf Ali: अरुणा आसफ अली ने ककोरी रेलवे धमाकों के साथ भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की आग को बढ़ावा दिया. अरुणा आसफ अली ने भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान अहम भूमिका निभाई. जिन्होंने भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत का संकेत देने के लिए बॉम्बे के गोवालिया टैंक मैदान में राष्ट्रीय ध्वज फहराया.

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Usha Mehta: उषा मेहता ने छत्तीसगढ़ में ग्रामीण विकास और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में काम किया है. 8 साल की उम्र में उन्होंने अपने पहले विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया जो साइमन कमीशन के खिलाफ था. उन्हें सीक्रेट कांग्रेस रेडियो के आयोजन के लिए याद किया जाता है.

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Mother Teresa: निर्धन, गरीब और असहाय लोगों की मदद के लिए मशहूर मदर टेरेसा ने अपना पूरा जीवन समर्पित किया. 

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Arundhati Bhattacharya: विज्ञान और साहित्य के क्षेत्र में अपने योगदान से मशहूर आरुंधति भट्टाचार्या ने महिलाओं को प्रेरित किया.

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