CM केजरीवाल ने फिर उठाया PM पर सवाल, कहा-संदेह होता है कि वो पढ़े-लिखे हैं
PM Narendra Modi Degree: CM अरविंद केजरीवाल ने कहा कि देश को आजाद हुए 75 साल हो गए, आज का युवा तेजी से तरक्की चाहता है. ऐसे में प्रधानमंत्री का पढ़ा-लिखा होना जरूरी है. हम आए दिन पीएम के बयान देखते हैं, जिससे संदेह होता है कि क्या प्रधानमंत्री पढ़े लिखे हैं.
PM Narendra Modi Degree: शुक्रवार को गुजरात हाईकोर्ट (Gujarat Highcourt) ने PM मोदी की डिग्री की मांग करने पर CM केजरीवाल पर 25 हजार रुपये का जुर्माना लगाया. वहीं इस मामले की सुनवाई कर रहे गुजरात हाईकोर्ट की सिंगल जज बेंच के जस्टिस बीरेन वैष्णव ने मुख्य सूचना आयोग (CIC) के आदेश को भी रद्द कर दिया है, जिसमें PM मोदी की डिग्री दिखाने का निर्देश दिया गया था. अब इस मामले पर एक बार फिर CM केजरीवाल ने सवाल उठाए हैं.
CM अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि कल गुजरात हाईकोर्ट का एक ऑर्डर आया है कि लोग पीएम के एजुकेशनल क्वालिफिकेशन की जानकारी नहीं ले सकते, इससे देश स्तब्ध है.किसी का पढ़ा-लिखा या अनपढ़ होना कोई गुनाह नहीं है.हमारे देश में गरीबी है और कई लोग घर की स्थितियों के कारण पढ़ नहीं पाते.
उनका बयान आया कि नाली के गैस से चाय बनाई जा सकती है, बादलों के पीछे हवाई जहाज को रडार नहीं पकड़ सकेगा. पढ़ा लिखा आदमी ऐसी बात नहीं करेगा. ऐसा लगता है कि उन्हें विज्ञान की कम जानकारी है. कनाडा में उन्होंने a+b को लेकर जो कहा वो सबने देखा, उन्होंने बच्चों से कहा कि क्लाइमेट चेंज कुछ नहीं है, जबकि यह हकीकत है, वहां बच्चे हंस रहे थे, ऐसे में संदेह होता है कि क्या प्रधानमंत्री पढ़े लिखे हैं.
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देश को आजाद हुए 75 साल हो गए, आज लोग तेजी से तरक्की चाहते हैं. आज का युवा तेजी से तरक्की चाहता है. ऐसे में प्रधानमंत्री का पढ़ा-लिखा होना जरूरी है. हम आए दिन पीएम के बयान देखते हैं, जो देश को विचलित करते हैं.
प्रधानमंत्री को एक ही दिन में सैकड़ों फैसले लेने होते हैं, अगर वे पढ़े-लिखे नहीं होंगे तो अधिकारी उनसे कहीं भी दस्तखत करा लेंगे. जैसे नोटबंदी हुई, जीएसटी लागू हुआ, इनसे अर्थव्यस्था का बेड़ा गर्क हुआ. कृषि कानून भी ऐसे ही लाए गए. पिछले कुछ सालों में 60 हजार स्कूल बंद कर दिए गए, यानी शिक्षा को तवज्जो नहीं दी जा रही है. अनपढ़ देश कैसे तरक्की करेगा.
हाईकोर्ट के ऑर्डर ने प्रधानमंत्री की शिक्षा को लेकर संशय और बढ़ा दिया है, अगर डिग्री है और सही है तो दिखाई क्यों नहीं जा रही है. कुछ समय पहले अमित शाह ने एक डिग्री दिखाई थी. यह हो सकता हैं कि अहंकार में नहीं दिखा रहे हों. जनता के मन में दूसरा सवाल यह है कि हो सकता है डिग्री फर्जी हो. अगर प्रधानमंत्री दिल्ली या गुजरात यूनिवर्सिटी से पढ़े हैं तो इन्हें ये सेलिब्रेट करना चाहिए. आज का सवाल यही है कि क्या 21वीं सदी के प्रधानमंत्री को पढ़ा लिखा नहीं होना चाहिए?