Priyanka Gandhi Camp: जिस प्रियंका गांधी कैंप को खाली करने का नोटिस NDRF द्वारा दिया गया था. उसकी खबर हमने आपको दो दिन पहले दिखाई थी. दो दिन पहले यहां के महिलाएं बच्चे और लोगों ने आंखों में आंसू लिए हाथ जोड़कर दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार से विनती कर रहे थे कि उन्हें यहां से न उजाड़ा जाए या फिर उनके रहने का पक्की व्यवस्था किया जाए. उसके बाद ही उन्हें यहां से हटाया जाए. उसके पहले इन लोगों ने स्थानीय विधायक पार्षद सभी जगह कई चक्कर लगाए, लेकिन कोई इनसे मिलने तक नहीं आया. इतना ही नहीं इनका पानी तक बंद कर दिया गया है.


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बता दे कि जब हमारी टीम दो दिन पहले यहां कवर करने आई थी तो दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष सोमनाथ भारती से पानी के व्यवस्था के लिए कहा था तो भारती ने तुरंत यहां पानी का टैंकर भिजवा दिया था, लेकिन आज 16 जून की सुबह NDRF अपने साथ बड़ी संख्या में दिल्ली पुलिस, पैरामिलिट्री फोर्स बुलडोजर एवं कई ट्रक लेकर पहुंची और इन लोगों को झुग्गियों से बाहर निकालकर इनके आशियाने पर बुलडोजर चलाना शुरू कर दिया. लगभग 20 साल से ज्यादा समय से यहां लोग रह रहे हैं.


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इनका आरोप है कि पहले ये लोग प्लास्टिक लगाकर रह रहे थे, लेकिन कुछ दिनों बाद स्थानीय आम आदमी पार्टी की विधायक ने इनसे कहा कि धूप और ठंड में प्लास्टिक में क्यों रहते हो आप लोग पक्का मकान बनाकर रहो हम आपके साथ हैं. इन लोगों ने फिर धीरे-धीरे एक-एक पैसा जोड़कर पक्का घर बनाना शुरू किया. बिजली के मीटर भी लग गए और पिने का पानी टैंकर से रेग्युलर आने लगा. लोगों ने अपने बच्चों को यहीं स्कूल कॉलेज में पढ़ाना शुरू कर दिया.


लेकिन, तभी अचानक NDRF ने इनके घरों पर 15 जून तक झुग्गी खाली करने का नोटिस चिपका दिया और रोज माइक से एनाउंसमेंट कर झुग्गी खाली करने के लिए बोलने लगे. फिर ये लोग डरे सहमे विधायक के यहां गए पूरे सप्ताह तक ये लोग दौड़ते रहे, लेकिन विधायक जी इन लोगों से मिलने तक नहीं आईं. इन लोगों ने नव निर्वाचित आप पार्षद के यहां गए, लेकिन वो भी नहीं मिली. आखिरकार इन लोगों ने हमारे कैमरे के सामने आंखों में आंसू लिए हाथ जोड़कर सरकार से निवेदन किया.


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लेकिन, सरकार का इनके आंसुओ से दिल नहीं पसीजा और आज सुबह-सुबह भारी पुलिस बल और फोर्स के साथ बुलडोजर लेकर इनके आशियाने को तोड़ने पहुंच गए और खाली कराने लगे. लोगों का आरोप है कि पुलिस ने इनके साथ ज्यादती की है. ये लोग रो रोकर हमारे कैमरे पर बता रहे हैं कि पुलिस ने इनके साथ क्या किया है. हमने जब इनसे पूछा कि अब ये कहां जाएंगे या सरकार ने इनसे कहां रहने के लिए बोला है.


इन लोगों का कहना है कि सरकार ने इनसे रैन बसेरा में जाने को बोला है, लेकिन हम वहां नहीं जाएंगे, क्योंकि आय दिन सुनने में आता है कि रैन बसेरा में धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है साथ ही रैन बसेरा में कई तरह के लोग रहते है और  लोगों का आना जाना लगा रहता है हमारे छोटे-छोटे बच्चे है, जिनकी सुरक्षा वहां नहीं हो पाएगी. हर पार्टी चुनाव के समय गरीबों के हमदर्द बन जाते है और वोट लेने के बाद भूल जाते हैं. अब जहां दिल्ली में पारा 40 डिग्री के ऊपर है ऐसे में ये बेघर हुए लोग कहां जाएंगे. सरकार इनको उजाड़ने से पहले इनके रहने की व्यवस्था क्यों नहीं करती.


(इनपुटः मुकेश सिंह)