Delhi News: सोनम वांगचुक को हिरासत में लेने के बाद सिंघू बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए लद्दाख के सांसद
Delhi Police: लद्दाख के सांसद हाजी हनीफा मंगलवार को दिल्ली और हरियाणा के सिंधू बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए. बीते सोमवार उनके कार्यकर्ता सोनम वांगचुक समेत कई लोगों को देर रात पुलिस ने हिरासत में लिया था.
Sonam Wangchuk: लद्दाख के सांसद हाजी हनीफा मंगलवार को दिल्ली और हरियाणा के बीच सिंघू सीमा पर पहुंचे, जब कार्यकर्ता सोनम वांगचुक और अन्य को सोमवार देर रात पुलिस ने हिरासत में लिया. वहीं लद्दाख क\के सांसद हाजी हनीफा सिंधू बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए.
नई सरकार के गठन के बाद बातचीत बंद
इस दौरान हनीफा ने कहा कि हर कोई जानता है कि लद्दाख पर्यावरण और संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए सरकार के साथ कैसे बातचीत कर रहा है. हम सभी जानते हैं कि पिछले तीन सालों से हम अपने अधिकारों के लिए शांतिपूर्वक लड़ रहे थे. इसके लिए हमने सरकार से बातचीत भी की थी, लेकिन चुनाव और नई सरकार के गठन के बाद उन्होंने बातचीत बंद कर दी.
वांगचुक समेत कई सदस्य हिरासत में
हम सरकार के सामने अपनी बात रखने के लिए कारगिल डेमोक्रेटिक अलायंस ( केडीए ) और एपेक्स बॉडी के बैनर तले लेह से पैदल निकले. वांगचुक को पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद, हमने सरकार के साथ अपने मुद्दों पर चर्चा करने के लिए मार्च किया. हालांकि, वांगचुक और कई महिलाओं सहित सदस्यों को अलग-अलग इलाकों में हिरासत में लिया गया.
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प्रदर्शनकारी सरकरा को सौंपना चाहते थे ज्ञापन
लद्दाख के सांसद ने कहा कि प्रदर्शनकारी केवल सरकार को अपनी मांगों का एक ज्ञापन सौंपना चाहते थे. उन्होंने कहा कि हम प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह से अनुरोध करते हैं कि या तो हमें दिल्ली में ही कोई जगह दी जाए, जहां हम अपना मार्च समाप्त कर सकें और ज्ञापन सौंप सकें. या फिर सरकार हमारे नेताओं से बात करके मामले को सुलझाए. हमने हमेशा देश के लिए जो कुछ भी त्याग किया है, वह किया है. लद्दाख के लिए बस हम थोड़ी सी उम्मीद करते हैं. पूरा लद्दाख बंद है और अगर हमारी मांगें नहीं मानी गईं तो वहां भी हालात बन सकते हैं.
इस बीच चुपचाप विरोध कर रहे सदस्यों में से एक ने कहा कि उनके साथ अन्याय हो रहा है. उन्होंने कहा कि यह हमारे साथ घोर अन्याय है. हम छह-सात सीमाएं पार करके यहां आए हैं. हमने कोई कानून-व्यवस्था नहीं तोड़ी है. हम में से लगभग 300 लोगों को बिना किसी कारण के हिरासत में लिया गया. हम बस शांतिपूर्वक विरोध कर रहे हैं और इसके अलावा कुछ नहीं कर रहे हैं.