कमरजीत सिंह विर्क/करनालः करनाल का तहसील कार्यालय लगातार सुर्खियों में बना हुआ है. मामला चाहे भ्रष्टाचार का हो या फिर भ्रष्टाचार की जांच का, बेचारी जनता को तो परेशान हालत में तहसील कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं. आज करनाल तहसील के नायब तहसीलदार राहुल बूरा ने करनाल एसडीएम अनुभव मेहता ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

तहसील कार्यालय में काम करवाने के लिए पहुंचे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि पब्लिक डीलिंग की जिम्मेदारी नायब तहसीलदार अकाउंट को सौंप दी गई है. सूत्रों की मानें तो तो तहसील कार्यालय में पहले भ्रष्टाचार की जांच चल रही है. अभी हाल ही में घरौंडा के तहसीलदार को भी विजिलेंस की टीम ने रिश्वत के आरोप में गिरफ्तार किया है.


इससे पहले करनाल तहसीलदार राजबक्श को भी भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के आरोप में गिरफ्तार किया जा चुका है. जांच के चलते तहसील कार्यालय से जुड़े अधिकारी किसी न किसी बहाने चल रही. जांच से अपना पीछा छुड़ाने की कोशिश में लगे हुए हैं. अकाउंट्स ब्रांच के नायब तहसीलदार रामकुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि जो रोजाना रूटीन के कार्य हैं वह लगातार आज निपटा रहे हैं ताकि लोगों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना ना करना पड़े.


ये भी पढ़ेंः Dada Saheb Phalke Award: 10 साल की उम्र में रखा था फिल्मों में कदम, एक्टर से भी ज्यादा लेती थी फीस


उन्होंने कहां कि नायब तहसीलदार राहुल बुरा के इस्तीफे के पीछे क्या बड़े कारण रहे हैं. इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है लेकिन उनके सामने इतना जरूर आया है कि उन्होंने अपना इस्तीफा निजी कारणों के चलते अधिकारियों को सौंपा है. करनाल जिला उपायुक्त अनीश यादव ने मामले पर जानकारी देते हुए बताया कि करनाल लाइव तहसीलदार राहुल बुरा का इस्तीफा संबंधित विभाग को भेज दिया जाएगा और उसके उपरांत ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी.


एक सवाल के जवाब में उन्होंने मानते हुए कहा कि तहसील कार्यालय में काम का दबाव अधिक है. इसमें कोई दोराय नहीं है. उपायुक्त ने कहा कि राहुल बुरा के इस्तीफा दिए जाने से तहसील कार्यालय के कार्यों में किसी भी प्रकार की लोगों को परेशानी नहीं आने दी जाएगी और लगातार तहसील के रूटीन कार्य चलते रहेंगे.