Jhajjar: बुधवार को झज्जर जिले के एक अखाड़े में पहलवानों के बीच पहुंचे राहुल गांधी के कार्यक्रम को प्रदेश की पूर्व शिक्षा मंत्री और झज्जर की कांग्रेस विधायक गीता भुक्कल ने पहलवान खिलाड़ियों को गौरान्वित करने वाला बताया है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के इस दौरे से पहलवानों में उर्जा आई है, जोकि सरकार के गलत फैसलों से निराशा का शिकार थे और मैडल लौटाने के साथ-साथ खेल को छोड़ने तक का मन बना चुके थे. उन्होंने कहा कि साक्षी मलिक के सन्यास लेने की घोषणा करना, बजरंग पूनिया, गूंगा पहलवान और विनश फौगाट के मैडल वापिस लौटाने का फैसला लेना कहीं न कहीं राहुल गांधी के दिलोदिमाग में धर कर रहा था. यहीं वजह रहीं कि उन्होंने बुधवार को गांव छारा पहुंच कर पहलवानों के बीच उनकी समस्याओं को जाना.


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उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब राहुल गांधी ने कहीं पहुंच कर किसी की समस्या को जाना है. इससे पहले भी अनेक ऐसे मौके आए है जब राहुल गांधी ने आमजनमानस की समस्या से रूबरू होते हुए उनकी समस्या को जाना. राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा भी उनकी इसी राजनीति का एक हिस्सा थी. भुक्कल ने कहा कि आज के समय में लोकतंत्र,संविधान बचाने के साथ-साथ संवैधानिक संस्थाओं को बचाने का प्रयास करना कांग्रेस पार्टी का मुख्य मकसद है. कौन क्या कहता है इसकी न तो राहुल गांधी को और न ही कांग्रेस पार्टी को चिंता है. वहीं चिंता है तो इस बात की कि संविधान को कैसे बचाया जाए. उन्होंने कहा कि पूर्व में महिला पहलवान खिलाड़ियों के साथ जो कुछ हुआ उससे जूनियर खिलाड़ियों में भारी निराशा थी और राहुल गांधी ने पहलवानों के बीच पहुंच कर उन्हें प्रोत्साहित करने का ही काम किया है.


Input: Sumit Tharan