Sonia-Rahul Gandhi की वायरल तस्वीर पर Shashi Tharoor का आया कमेंट? कह दी बड़ी बात
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा कर्नाटक पहुंच चुकी है. 26 दिन की यात्रा हो चुकी है. आज इस यात्रा में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी भी शामिल हुईं. इस दौरान राहुल और सोनिया गांधी गजब की तस्वीर सामने आई. इसमें शशि थरूर का भी कमेंट आया है.
नई दिल्ली: कांग्रेस भारत जोड़ो यात्रा चला रही है. इस यात्रा को राहुल गांधी ने शुरू किया है. यात्रा कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक होनी है. इस यात्रा में आज कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी भी जुड़ीं. वह राहुल के साथ करीब 15 मिनट तक चलीं. इस दौरान राहुल गांधी ने मां सोनिया के कंधे में हाथ रखा और आगे बढ़ने को कहा. इसका वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. वहीं इसके बाद कांग्रेस के ट्विटर हैंडल एक ऐसी तस्वीर शेयर हुई जिसको लेकर ट्विटर पर चर्चा होने लगी. इसमें ट्विटर यूजर्स से लेकर कांग्रेसी लीडर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं और तस्वीर को अलग-अलग कैप्शन के साथ रिट्वीट-शेयर कर रहे हैं. कांग्रेस ने कैप्शन में सिर्फ मां लिखा है और दिल का इमोजी बनाया है.
तस्वीर में राहुल गांधी सोनिया गांधी के जूते के फीते बांधते नजर आ रहे हैं. यह खूब वायरल हो रही है. इस तस्वीर पर कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ रहे सांसद शशि थरूर ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. शशि थरूर ने लिखा कि वो साँस भी लेती है तो, उनमें भी दुआएं होती हैं, माँओं का तोड़ नही होता, माएँ तो माएँ होती हैं !. इसी तरह कई लोगों ने इस तस्वीर को मां बेटे के प्यार वाली तस्वीर बताई.
अब 7 को प्रियंका जुड़ेंगी भारत जोड़ो यात्रा से
राहुल की भारत जोड़ो यात्रा में सोनिया गांधी कर्नाटक के मंड्या जिले में शामिल हुईं. वह करीब 15 मिनट तक राहुल के साथ चलीं. इसके बाद बेटे राहुल ने उन्हें वापस कार में भेज दिया. हालांकि कुछ देर आराम करने के बाद सोनिया फिर से पैदल यात्रा में शामिल हो गईं. आपको बता दें कि सोनिया गांधी एक महीना पहले ही कोरोना से उबरी हैं. वह अभी पूरी तरह से फिट नहीं हुई हैं. प्रियंका गांधी भी इस यात्रा से कल यानी 7 अक्टूबर से जुड़ेंगी.
दिल्ली के सरकारी स्कूलों में केजरीवाल सरकार अब केक भी कटवाएगी, जानें पूरा मामला
दक्षिण ने कांग्रेस को हमेशा उबारा
कुछ लोग ये भी सवाल कर रहे हैं कि आखिर सोनिया गांधी ने कर्नाटक से ही यात्रा में क्यों शामिल हुईं, तो इसके पीछ दिलचस्प किस्सा है. सोनिया का कर्नाटक से गहरा संबंध है. कहा जाता है कि जब कभी गांधी परिवार पर राजनीतिक संकट आया है, तब दक्षिण भारत ने उसे मुश्किल से उबारा है.
इमरजेंसी के बाद इंदिरा ने दक्षिण के सहारे की थी वापसी
दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने भी लोकसभा चुनाव के लिए दक्षिण भारत की सीटों का ही सहारा लिया था. इमरजेंसी के बाद भी यहीं से इंदिरा ने दोबारा सत्ता में वापसी की थी. 1980 में जब इंदिरा को एक सुरक्षित लोकसभा सीट चाहिए थी तो उन्होंने कर्नाटक के चिकमंगलूर सीट को चुना था. इंदिरा गांधी ने आंध्रप्रदेश के मेंडक और UP की राय बरेली से भी नामांकन दाखिल किया था. हालांकि, बाद में उन्होंने राय बरेली की सीट छोड़ दी.
कुलदीप की राहें आसान नहीं, सोनाली की बहन भी आदमपुर से ठोकेंगी टिकट की दावेदारी
सोनिया ने भी लड़ा कर्नाटक से चुनाव
इसी तरह सोनिया गांधी भी कर्नाटक की बेल्लारी सीट से चुनाव जीत चुकी हैं. 1999 के लोकसभा चुनाव में सोनिया गांधी को UP की अमेठी सीट से हारने का डर था, ऐसे में उन्होंने बेल्लारी से नामांकन दाखिल किया और अपने नामांकन को लेकर गोपनीयता रखने की कोशिश की. लेकिन बीजेपी ने सेंधमारी करने की कोशिश की. बीजेपी ने इस सीट से सोनिया के खिलाफ सुषमा स्वराज को मैदान में उतार दिया. हालांकि सुषमा स्वराज यहां 56 हजार से अधिक वोटों से हार गईं थीं.
हार की डर से वायनाड पहुंचे राहुल
राहुल ने दक्षिण भारत से अपनी लोकसभा सदस्यता बचाई. 2019 में मोदी लहर फिर बन चुकी थी. राहुल गांधी को अपनी परंपरागत सीट के अलावा एक दूसरी सुरक्षित सीट भी चाहिए थी, ऐसे में उन्होंने यूपी की अमेठी के साथ ही केरल के वायनाड से चुनाव लड़ा. वायनाड से वो जीत गए लेकिन अमेठी में उन्होंने बीजेपी की स्मृति ईरानी करारी शिकस्त दी.