Nasir Junaid Murder Case: फरवरी में राजस्थान के भरतपुर इलाके के रहने वाले नासिर और जुनैद की जलाकर हत्या कर दी गई थी, जिसका आरोप गौरक्षक मोनू मानेसर सहित कई अन्य लोगों पर लगा था. इस हत्याकांड में कई आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी थी,लेकिन मोनू मानेसर लंबे समय से फरार चल रहा था. जिसे हरियाणा पुलिस ने 12 सितंबर को गिरफ्तार करके राजस्थान पुलिस को सौंप दिया गया. अब राजस्थान पुलिस की पूछताछ के बाद इस हत्याकांड से जुड़े कई बड़े राज सामने आ रहे हैं. 


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क्या है पूरा मामला
16 फरवरी 2023 को हरियाणा के भिवानी में बोलेरो में दो जली हुई लाश मिली थीं, जांच के बाद पता चला की ये लाशें राजस्थान के भरतपुर के नासिर और जुनैद की हैं. जिसके बाद दोनों युवकों की हत्या का आरोप गो रक्षकों पर लगा था. राजस्थान पुलिस ने इस पूरे मामले के मुख्य आरोपी रिंकू सैनी को गिरफ्तार कर लिया और पूछताछ के बाद हत्याकांड में शामिल 8 आरोपियों के नाम फोटो सहित जारी किए. इन सबमें सबसे ज्यादा चर्चा में गो रक्षक मोनू मानेसर का नाम रहा, जो लंबे समय से फरार था. अब हरियाणा पुलिस द्वारा मोनू मानेसर की गिरफ्तारी क बाद इस मामले में कई खुलासे हो रहे हैं. 


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बैंकॉक में फरारी काट रहा था मोनू मानेसर
राजस्थान पुलिस से बचने के लिए मोनू मानेसर बैंकॉक में फरारी काट रहा था. मोनू के पास मौजूद 3 मोबाइल फोन में नासिर-जुनैद हत्याकांड के षड्यंत्र सहित उसकी फरारी के सभी सबूत मौजूद हैं. हरियाणा और राजस्थान पुलिस को मोनू मानेसर के फोन में क्लब, पब व मसाज पार्लर की ढ़ेरों तस्वीरें मिली हैं, जिनमें वो बैंकॉक में ऐशो-आराम की जिंदगी जीता नजर आ रहा है. फिलहाल मोनू मानेसर भरतपुर की सैंट्रल जेल में 15 दिनों की न्यायिक हिरासत में है, आगे की पूछताछ में कई और बड़े खुलासे हो सकते हैं. 


नूंह हिंसा में भी नाम
नासिर-जुनैद की हत्या के बाद एक बार फिर नूंह हिंसा मामले में मोनू मानेसर का नाम सुर्खियों में रहा. 31 जुलाई को नूंह में ब्रजमंडल यात्रा से पहले मोनू मानेसर ने वीडियो जारी करते हुए यात्रा में शामिल होने की बात कही थी, साथ ही लोगों से भी इस यात्रा में शामिल होने की अपील की. 31 जुलाई को यात्रा में हिंसा भड़कने के बाद मोनू मानेसर को इस हिंसा का जिम्मेदार बताया गया था.