Rajdhani Express: राजधानी एक्सप्रेस जब शुरू हुई थी तो इसमें बिल्कुल हवाई जहाज की तरह ही सुविधाएं दी गईं थी. इस ट्रेन में टिकट के साथ भोजन फ्री था. राजधानी एक्सप्रेस जब शुरू हुई थी तो किसी ने सोचा भी नहीं था कि ट्रेन में इस तरह से वेटर भोजन परोसेंगे. इसलिए यह ट्रेन खूब पसंद की गई. इसमें एक दिक्कत थी कि राजधानी एक्सप्रेस में नपा-तुला भोजन मिलता है. इससे परेशानी ये है कि किसी का पेट दो रोटी और थोड़े से चावल से ही पेट भर जाता है तो किसी को भरपेट भोजन के लिए काफी मात्रा में रोटी-चावल चाहिए. अब सवाल ये उठता है कि किसी की भूख उस भोजन से नहीं मिटे तो क्या उन्हें एक्स्ट्रा रोटी या चावल मिलेगा.


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देश की प्रीमियम ट्रेन राजधानी एक्सप्रेस में सभी यात्रियों के लिए अनिवार्य भोजन की व्यवस्था की गई थी. बता दें कि ट्रेन में जो भी भोजन परोसा जाता है, उसका एक तय मेनू होता है. इसके मेनू में 1st एसी में तो अलग भोजन मिलता है, लेकिन 3rd एसी और 2nd एसी में एक समान भोजन मिलता है. ज्यादातर लोग इन्हीं दोनों क्लास में सफर करते हैं. इसलिए आज हम इन्हीं दोनों क्लास के भोजन के बारे में बताएंगे. इन श्रेणियों में नाश्ता, खाना या चाय का मेनू पहले से तय होता है. 


नाश्ते में मिलता है ये...
राजधानी एक्सप्रेस के ब्रेकफास्ट में पाव-रोटी या ब्रेड की दो स्लाइस होते हैं. उसके साथ मक्खन का एक चिपलेट, उसके साथ ही एक अलग पैकेट में दो पीस कटलेट होता है. उसी में थोड़े से उबले मटर के दाने और गाजर के कुछ टुकड़े होते हैं. इसके साथ ही थोड़े से फ्रेंच फ्राई भी होते हैं. सुबह के नाश्ते में जूस का एक टेट्रा पैक और चाय या कॉफी का सामान भी दिया जाता है.


लंच और डिनर का मेनू होता है सेम
राजधानी एक्सप्रेस के 3rd एसी और 2nd एसी में लंच और डिनर का मेनू सेम होता है. इसमें आपको 4 रोटी या 2 पराठे, 100 ग्राम चावल और दाल जो कि सबके लिए होती है. वहीं शाकाहारियों को पनीर तो मांसाहारियों को चिकन दिया जाता है. इसके साथ थोड़ा सा अचार और दही की एक कटोरी भी होती है. खाने का बाद डेसर्ट आता है. 


पेट न भरने पर अधिकारी ने कहा कि...
अब बात आती है कि सबको एक समान खाना दिया जाता है. ऐसे भी जिसकी खुराक ज्यादा है तो क्या उसे और खाना नहीं मिलेगा? इस पर रेलवे के अधिकारी ने कहा कि मेनू तो एवरेज यात्रियों भूख के हिसाब से बनाया गया है. वहीं उन्होंने कहा कि जिन यात्रियों का पेट इतने से खाने से नहीं भरता है, उनके लिए कुछ एक्स्ट्रा भोजन ट्रेन में रहता है. कभी कभी यात्री वेटर से एक्स्ट्रा रोटी या चावल मांग लेते हैं. उन्हें यह मिल भी जाता है. वहीं उन्होंने कहा कि कुछ यात्रियों के लिए एक्सट्रा भोजन की व्यवस्था हो जाएगी, लेकिन सभी मांगेंगे तो ऐसा नहीं हो पाएगा. 


राजधानी एक्सप्रेस में पहले भोजन लेना अनिवार्य था, लेकिन बाद में यात्रियों द्वारा भोजन की गुणवत्ता आदि पर सवाल उठाए गए तो ये व्यवस्था बंद कर दी गई. अगर आप खाने की सुविधा नहीं लेना चाहते हैं तो आपसे कोई एक्सट्रा शुल्क नहीं लिया जाएगा. टिकट बुकिंग के समय आप यह फैसला ले सकते हैं कि अपको खाना लेना है या नहीं.