विपिन शर्मा​/ कैथल: हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान बलजीत सिंह दादूवाल ने रेप और हत्या के दोषी राम रहीम को पैरोल दिए जाने पर नाराजगी जताई है. कैथल में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के नारे को जो इग्नोर करके बेटों का आशीर्वाद दे रहा है, वो पहले ही शंका के घेरे में है. रामरहीम न कोई बाबा है और न कोई गुरु, वो तो कातिल, कुकर्मी और बलात्कारी है. बेटा-बेटी होना परमात्मा का आशीर्वाद है, राम रहीम कौन होता है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

जत्थेदार ने कहा कि राम रहीम ने अपने अनुयायियों का रेप और कत्ल किया और ये कोई आरोप नहीं है, बल्कि सीबीआई कोर्ट ने उसे सजा सुनाई है, लेकिन यहां न्यायपालिका के आदेश को दरकिनार किया जा रहा है. दादूवाल ने दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल का समर्धन करते हुए कहा कि राम रहीम के सभी कृत्य समाज विरोधी हैं, तभी उसकी पैरोल पर ऐतराज जताया गया.


दादूवाल ने कहा, जिन सियासी पार्टियों के लोग राम रहीम के पास जा रहे हैं तो क्या वह कत्लों और रेप को प्रमोट जैसे अपराधों को प्रमोट कर रहे हैं. ऐसी पार्टियों को अपने नेताओं पर लगाम खींचनी चाहिए. उन्होंने सरकार से राम रहीम की पैरोल खत्म कर सलाखों के पीछे भेजने की मांग की. 



इस दौरान दादूवाल ने यह भी कहा कि सरकार द्वारा पुरानी 48 सदस्यीय कमेटी को खत्म करके नई कमेटी का ऐलान किया जाएगा। सरकार कमेटी में किसे  शामिल करती है, इसमें आखिरी फैसला हरियाणा सरकार का होगा.


हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान पद के बारे में किए एक सवाल पर दादूवाल ने कहा कि इस बारे में सिख नीम साहब गुरुद्वारा में बनी 7 सदस्यीय कमेटी के पास कोई अधिकार नहीं।  जब कुरुक्षेत्र में मीटिंग हुई तो 7 सदस्यीय कमेटी भी कहीं नहीं दिखी, क्योंकि ये सब गुमराह करने वाली बातें हैं. उन्होंने यह भी कहा कि कमेटी में सभी मेंबर अमृतधारी होंगे.