राज ताकिया/रोहतकः 102 साल के दादा दुलीचंद की पेंशन कटने के विरोध में जैसे ही बारात निकली गई तो सरकार झुकने पर मजबूर हो गई और दादा को लिसेन की पेंशन शुरू हो गई, जिसे देखकर और बुजुर्गों में भी उत्साह जाग उठा है. आज रोहतक में ऐसे ही बहुत से बुजुर्ग पहुंचे जिन्हें सरकारी रिकॉर्ड में मृत्यु दिखाकर उनकी पेंशन काटी जा रही है.


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दादा दुलीचंद के दरबार में यह जीवित मुर्दे पहुंच गए और सरकार को जमकर कोसा. जिसके बाद आप पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नवीन जैन ने यहां तक ऐलान कर दिया कि सरकार अगर पेंशन नहीं बनाएगी तो वह इन बुजुर्गों के खाते में पेंशन भेजेंगे. 102 साल के दादा दुलीचंद ने उन बुजुर्गों विकलांगों व विधवाओं के मन में एक उम्मीद जगाई है.


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जिनकी सरकारी रिकॉर्ड में खामियों के चलते सरकार ने पेंशन काट दी अब यह बुजुर्ग भी दादा दुलीचंद की तरह ही अपनी लड़ाई लड़ने के लिए तैयार है और आज ऐसे ही लगभग 50 के करीब बुजुर्ग विधवा वे अपाहिज पीड़ित रोहतक पहुंच गए और दादा दुलीचंद के दरबार में अपनी समस्या रखी इसमें आप पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नवीन जयहिंद भी मौजूद थे.


जिंदा होने के बाद भी सरकारी रिकार्ड में मृत


इन पीड़ितों को जीवित होते हुए सरकारी रिकार्ड में मृत दिखा कर बुढ़ापा, विंकलाग, विधवा पैंशन काटे जाने के बाद मीडिया के सामने आए पीड़ित बुजुर्ग, विधवाएं, विंकलाग पीड़ितों ने कहा कि आठ नौ महीने से पैंशन नहीं मिल रही. जब पता किया क्यों पैंशन बंद कर रखी है, तो पैंशन कटने को लेकर अधिकारियों के ऑफिस गए तो अधिकारियों ने बताया सरकारी रिकार्ड में मृत है. जीवित होने के बाद मृत दिखाकर पैंशन काटी गई है.


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उन्होंने कहा कि बार-बार अधिकारियों के चक्कर काट रहे है मगर कोई समाधान नहीं हो रहा है. पैंशन कटने से बहुत परेशानी हो रही. यही एक गुजारा चलाने का साधन था. कुछ विधावाओं की पैंशन काटने का कारण पति जीवित दिखाया, जबकि पतियों को मरे कई साल साल हो गए है. विकलांगों को भी मृत दिखा कर पैंशन काटी गई है. एक लड़की जन्म से विकलांग है उसके पिता की मौत हो चुकी है और चार साल से अधिकारियों के पैंशन बनने को लेकर चक्कर काट रही मगर उसकी पैंशन आजतक नहीं बन पाई है.


नवीन जयहिंद ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर पैंशन नहीं दे सकते तो मृत भी क्यों कर रहे है. अब इनकी आवाज उठाने के लिए और विरोध स्वरूप बारात निकाली जाएगी. आज तीस पीड़ित बुजुर्ग, विधवा, विकलांग आए है. कोई जीवित होते मृत दिखा कर पैंशन काटी है. किसी के मृत पति को जीवित दिखा कर पेंशन काटी, किसी की आय ज्यादा दिखा का काटी है. किसी की पेंशन ही नहीं बनाई जा रही. अब यह सरकार व अधिकारियों के चक्कर नहीं काटेंगे, जो मेरे पास आएगा हम सब की पेंशन देंगे. सरकार से अपील है कम से कम जीवित लोगों को मृत न दिखाओ और कोई भी इनकी समस्या का समाधान करों.


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रोहतक में अनूठा प्रदर्शन, 102 साल का बुजुर्ग बोला- थारा फूफा अभी जिंदा है


हरियाणा में बीते दिनों एक अनोखा प्रदर्शन सामने आया था. सरकार द्वारा मृत घोषित कर 102 साल के बुजुर्ग की पेंशन बंद किए जाने के खिलाफ बीते गुरुवार को रोहतक शहर के मानसरोवर पार्क से कैनाल रेस्ट हाउस तक प्रदर्शन किया गया. इस प्रदर्शन का हिस्सा बनने पहुंचे थे आम आदमी पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रहे नवीन जयहिंद में की. प्रदर्शन के दौरान बैंड बाजे के साथ नाचते हुए रथ पर सवार होकर प्रदर्शन किया गया.



आपको बता दें कि सात महीवे पहले सरकारी फाइलों में गांव गांधरा निवासी बुजुर्ग दुलीचंद को मृत बताकर उनकी पेंशन बंद कर दी गई थी. इसके बाद उन्होंने खुद जिंदा साबित करने के लिए अधिकारियों के कार्यालयों के चक्कर काटने शुरू कर दिए, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ और पेंशन न मिलने से बुजुर्ग काफी परेशान थे. मगर बीते दिनों जयहिंद ने 102 साल के जीवित बुजुर्ग के सभी कागजात लेकर मीडिया के सामने उनका पक्ष रखा था.