नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वारा विजयादशमी के दिन वार्षिक उत्सव भी मनाया जाता है, हर साल नागपुर कार्यालय में आयोजित इस कार्यक्रम में किसी विशेष व्यक्ति को मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया जाता है. इस साल RSS के द्वारा मुख्य अतिथि के रुप में पर्वतारोही संतोष यादव को आमंत्रित किया गया है. इससे पहले  नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी और पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी भी इस कार्यक्रम का हिस्सा रह चुके हैं. 


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RSS ने ट्वीट कर दी जानकारी



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हरियाणा के छोटे से गांव में हुआ जन्म
संतोष यादव का जन्म हरियाणा के रेवाड़ी जिले के छोटे से गांव जोनियावास में हुआ था. इनके पिता का नाम सूबेदार रामसिंह यादव और माता का नाम श्रीमती चमेली देवी है. सन्तोष ने महारानी लक्ष्मीबाई जयपुर से साल 1980 में BA की परीक्षा उत्तीर्ण की, उस समय गांव में लड़कियों की पढ़ाई पर पाबंदी थी लेकिन अपने बुलंद हौसलों की वजह से संतोष ने अपनी पढ़ाई पूरी की और माउंट एवरेस्ट फतह करने का सपना भी. 


बचपन से था पर्वतारोहण का शौक
संतोष यादव को बचपन से ही पर्वतारोहण का शौक था, जिसके लिए इन्होंने साल 1986 में उत्तर काशी से ट्रेनिंग भी ली. संतोष ने साल 1992 में पहली बार माउंट एवरेस्ट को फतह करने में सफलता हासिल की और फिर दोबारा साल 1993 में भी माउंट एवरेस्ट को फतह किया. संतोष दुनिया की पहली महिला हैं, जिन्होंने 8848 मीटर ऊंचे माउंट एवरेस्ट को 2 बार फतह किया है. वर्तमान में  संतोष याभारत-तिब्बत सीमा पुलिस पर बतौर अधिकारी तैनात हैं.


पद्मश्री से सम्मानित
2000 में- संतोष यादव की इस महान उपलब्धी के लिए उन्हें पद्मश्री जैसे बड़े सम्मान से सम्मानित किया गया. 
2001 में- लिम्का बुक ऑफ रिकार्डस द्वारा सम्मानित किया गया. 
1994 में- National Adventure Award से सम्मानित किया गया.