Skin Donation Bank: नेत्र, किडनी, लिवर समेत अन्य अंगों के दान के अलावा अब कोई भी अपनी त्वचा ( Skin) भी दान कर सकेगा. उत्तर भारत का पहला स्किन बैंक देश की सबसे बड़ी बर्न केयर यूनिट चलाने वाले सफदरजंग अस्पताल में खोला गया है. यहां मौत के बाद आपकी स्किन डोनेट की जा सकेगी।


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WHO के मुताबिक भारत में हर साल जलने की वजह से 70 लाख लोगों की मौत हो जाती है. वहीं 1.5 लाख लोग उम्रभर चलने वाली किसी बीमारी के‌ शिकार हो जाते हैं. पूरे देश में 17 स्किन बैंक हैं, जहां कुल 250-300 डोनेशन ही हो पाते हैं, लेकिन अब स्किन डोनेट करने के लिए उत्तर भारत में पहला स्किन बैंक चालू कर दिया गया है. 


एक इंसान कितनी खाल कर सकता है डोनेट 
स्किन पैरों, जांघ और पीठ से ली जा सकती है. मरीजों में हारवेस्ट की जाने वाली स्किन 0.4-0.6mm मोटी होती है. एक डोनर से 2,000-2,500 वर्ग सेमी स्किन ली जा सकती है.
 
मौत के बाद 6 घंटे तक कर सकते हैं दान 
बाकी ऑर्गन की तरह स्किन को 6 घंटे में ही डोनेट‌ करना जरूरी होता है. दान की गई त्वचा को 4-8 डिग्री सेल्सियस पर 5 साल तक के लिए स्टोर किया जा सकता है. 


स्किन डोनेट करने के लिए यहां करें संपर्क 
जिस व्यक्ति की खाल दान की जानी है, उसके परिजन शव को सफदरजंग अस्पताल ले जा सकते हैं. डॉ पीयूष तायल सफदरजंग अस्पताल में स्किन बैंक हेड हैं, जबकि डॉ शलभ कुमार बर्न यूनिट और प्लास्टिक सर्जरी डिपार्टमेंट के हेड हैं. 


किन लोगों को लगाई जा सकती है डोनेट‌ की गई‌ स्किन 
आग से झुलसने के मामले में 
डायबिटीज, अल्सर के मामलों में 
रोड एक्सीडेंट के मामलों में 


कौन नहीं कर सकता स्किन डोनेट 
स्किन इंफेक्शन का शिकार
सेक्सुअल बीमारी का शिकार 


इस नंबर पर तुरंत करें संपर्क 
National organ and tissue transplant organization (NOTTO) के हेड डॉ अनिल कुमार ने बताया कि स्किन डोनेशन के लिए कोई भी टोल फ्री नंबर 1800114770 पर बात कर सकता है. ये NOTTO का टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर है, जहां फोन करके स्किन डोनेशन के लिए संपर्क किया जा सकता है और ट्रांसप्लांट के लिए अर्जी भी लगाई जा सकती है.