प्रजातंत्र में सांसद को सवाल पूछने की आजादी नहीं तो उनके होने का क्या फायदा: संदीप पाठक
MPs Suspention: राज्यसभा सदस्य डॉ. संदीप पाठक ने पहलवान साक्षी मालिक के संन्यास और संसद की सुरक्षा में भारी चूक के मामले को लेकर केंद्र सरकार पर जुबानी हमले किए. उन्होंने ये भी कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह का दायित्व बनता था कि वह सदन में आकर जवाब देते.
दिल्ली: आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) और राज्यसभा सदस्य डॉ. संदीप पाठक ने अंतरराष्ट्रीय पहलवान और ओलंपिक में पदक विजेता साक्षी मलिक के संन्यास को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा. शुक्रवार को उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने हमेशा ही बहन, बेटियों, महिलाओं का अपमान करने वालों को पदों से सुशोभित किया है. पहलवानी में देश का नाम रोशन करने वाली बेटियों को पहले न्याय के लिए जंतर-मंतर पर बैठना पड़ा और अब न्याय की उम्मीद नजर नहीं आने पर साक्षी मलिक को कुश्ती से संन्यास लेने की घोषणा करनी पड़ी.संदीप पाठक ने कहा कि जनता सबकुछ देख रही है. अब बीजेपी को बेनकाब करने की जरूरत है.
दरअसल सांसद बृजभूषण शरण सिंह के करीबी को WFI का अध्यक्ष चुने जाने के बाद साक्षी मालिक ने अचानक प्रेस कॉन्फ्रेंस में रेसलिंग से संन्यास की घोषणा कर दी. वहीं आज पहलवान ने पीएम नरेंद्र मोदी को अपना पद्मश्री अवार्ड वापस करने एक ऐलान कर सबको चौंका दिया.
सांसद ने कहा कि पूरी दुनिया में भारत को प्रजातंत्र के लिए जाना जाता है. कहा जाता है कि भारत का प्रजातंत्र सबसे पुराना, निष्पक्ष और मजबूत है. प्रजातंत्र का मूल आधार ही प्रश्न पूछना होता है. अगर एक चुने हुए सांसद को सदन में खड़े होकर सवाल पूछने की ही आजादी नहीं है तो फिर उसका सांसद होने का फायदा ही क्या है? आप नेता ने कहा, आप सोचकर देखिए कि जब एक चुने हुए सांसद को ही नहीं बोलने दिया जा रहा है तो फिर देश के आम लोगों की हालत क्या होगी?
देश का दुर्भाग्य है कि विपक्ष के लगभग 150 सांसदों को सवाल पूछने के कारण संसद से निलंबित कर दिया गया है. सांसदों का सिर्फ इतना कसूर है कि वह संसद की सुरक्षा में चूक को लेकर मोदी सरकार से सवाल पूछ रहे थे. जो लोग सुरक्षा तोड़कर संसद के अंदर घुसे, उनको भाजपा के एक सांसद अपनी गाड़ी में बैठाकर ले गए थे. उस सांसद पर कार्रवाई करने के बजाय मोदी सरकार विपक्ष के सांसदों को निलंबित कर रही है.
मोदी और शाह को देना चाहिए जवाब
डॉ. संदीप पाठक ने कहा कि सुरक्षा में इतनी भारी चूक के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह का दायित्व बनता था कि वह सदन में आकर जवाब देते. अगर वह संसद में आकर जवाब नहीं दे सकते तो फिर उनके पास इतने बड़े पद होने का क्या फायदा है? संसद में जवाब देने के बजाय लगातार सांसदों को निलंबित किया जा रहा है. आज जो भी मोदी सरकार से सवाल पूछता है उसको या तो सस्पेंड कर दिया जाता है या फिर जेल के अंदर बंद कर दिया जाता है. जो भी व्यक्ति राजनैतिक रूप से भाजपा के सामने खड़ा होता है, उसे ईडी और सीबीआई गिरफ्तार कर लेती है. अब देशवासी भी इनके कारनामे और षड्यंत्र को समझने लगे हैं.
सांसद संदीप पाठक ने कहा कि देश के प्रमुख मुद्दे महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार को लेकर सभी विपक्षी नेता एक साथ हैं. सभी दल मिलकर नरेंद्र मोदी और भाजपा की सरकार को हटाएंगे.