नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव से पहले दिल्ली में सरकार और LG वीके सक्सेना ने एक-दूसरे के लिए आस्तीन चढ़ा ली है. एक ओर LG ने आतंकी संगठन से कथित तौर पर केजरीवाल के खिलाफ गृह मंत्रालय से एनआईए जांच की सिफारिश कर दी. वहीं दूसरी ओर आदमी पार्टी पार्टी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि उपराज्यपाल ने दिल्ली की पुलिस फोर्स को बर्बाद कर दिया है. पिछले कुछ महीनों में दिल्ली की कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब हो गई है.


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आप नेता सौरभ भारद्वाज ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पिछले कुछ दिनों में हुई क्राइम की कुछ घटनाओं का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि जाफराबाद में अन्य लोगों की उपस्थिति में एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई. पीड़ित हत्या का गवाह था और उस पर कई बार चाकू से हमला किया गया.


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राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों से पता चलता है कि दिल्ली में क्राइम रेट देश में सबसे अधिक है. एक लाख की आबादी पर 1,832 अपराध दर्ज किए गए, जो राष्ट्रीय औसत से सात गुना अधिक है. यह एलजी वीके सक्सेना की अक्षमता को दर्शाता है. एलजी के पास देखभाल करने के लिए दो चीजें हैं. पुलिस और डीडीए, लेकिन एलजी पुलिस की निगरानी करने में सक्षम नहीं हैं. आप नेता ने कहा, हम उनसे आग्रह करते हैं कि वह अपना काम करें और दिल्ली सरकार के काम में हस्तक्षेप करना बंद करें. 


पुलिस में पद और बजट दोनों कर दिए कम 
आम आदमी पार्टी ने एक्स पोस्ट में लिखा- BJP और LG ने दिल्ली की कानून व्यवस्था को चौपट कर दिया और इसे अपराध की राजधानी बना दिया है. 2014 में दिल्ली में पुलिस के 5000 पद रिक्त थे, जो अब बढ़कर 13000 हो गए हैं. इसी तरह 2023-24 में दिल्ली पुलिस को 11932.03 करोड़ का बजट आवंटित किया है, जबकि 534.05 करोड़ कम कर 11397.98 करोड़ कर दिया गया है.