नई दिल्ली: बहुचर्चित श्रद्धा वालकर हत्याकांड में पुलिस को एक अहम सुराग हाथ लगा है. पुलिस द्वारा बरामद की गई हड्डियों के DNA जांच में पाया गया कि ये हड्डियां श्रद्धा की हैं. साथ ही, जिस हथियार से श्रद्धा की कतल हुई थी, उसकी पहचान भी हो चुकी है. पुलिस अब उन 23 हड्डियों के जरिए आफताब को दोषी ठहराने के जुगत में लग गई है. पुलिस ने हड्डियों का पोस्टमार्टम विश्लेषण AIIMS में कराया, जिसमें डॉक्टरों ने पुलिस को बताया कि श्रद्धा की हड्डियों के कोने में बारीक लकीरें बनी हुई थीं. ये लकीरें आरी या किसी ऐसे औजार से काटने पर आती हैं, जिसमें दांतनुमा धारियां होती हैं.


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आरी का किया था इस्तेमाल
दिल्ली पुलिस के लिए डॉक्टरों की ये पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट एक अहम  दस्तावेज साबित हो सकती है. पुलिस इस पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट को अपनी चार्जशीट का हिस्सा बनाएगी. श्रद्धा हत्याकांड में  पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती श्रद्धा के अंगों को बरामद कर इनका टेस्ट कराना था कि ये वाकई श्रद्धा के अंग हैं या नहीं. DNA रिपोर्ट को पुलिस के लिए अहम इसलिए माना जा सकता है क्योंकि इससे पुलिस आगे की कार्रवाई कर सकेगी. साथ ही, इस रिपोर्ट से पुलिस को कोर्ट में भी राहत मिलेगी. हालांकि, पुलिस को अभी तक वो हथियार हाथ नहीं लगी है, जो श्रद्धा की हत्या में इस्तेमाल किया गया था.पुलिस के पास हथियार के तौर पर आफताब का वो कबूलनामा है, जिसमें उसने बोला था कि श्रद्धा की हत्या के बाद उसने शव के टुकड़े आरी से किए थे. अब पुलिस आरोप साबित करने के लिए आफताब के ब्यान और एम्स की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट को आधार बनाएगी.


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फोरेंसिक रिपोर्ट्स से होगी सजा
दिल्ली पुलिस जल्द ही श्रद्धा मर्डर केस में साकेत कोर्ट में अपनी चार्जशीट दाखिल कर सकती है, जिसमे फोरेंसिक रिपोर्ट्स को शामिल करेगी. इसके अलावा पुलिस ने कई ऐसे गवाहों ब्यान भी कोर्ट में रिकॉर्ड करवाये हैं, जो इस केस में काफी अहम हैं. पुलिस ने श्रद्धा के दोस्तों समेत 50 से ज्यादा ऐसे गवाहों को अपनी चार्जशीट का हिस्सा बनाया है, जो पुलिस के जांच में काफी मददगार साबित हो सकते हैं.