Haryana Farmer News: सिरसा जिला में गेहूं का सीजन अब अंतिम दौर में आ गया है. हालांकि सिरसा जिला की मंडियां गेहूं से लबालब है. किसानों और आढ़तियों को गेहूं का उठान नहीं होने की वजह से परेशानियां हो रही है. सिरसा में गेहूं का उठान धीमी गति से हो रहा है. हालांकि धीमी गति से गेहूं का उठान होना जिला प्रशासन के लिए भी चिंता का विषय बन गया है.


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48% ही हुआ उठान
सिरसा के डीसी ने तमाम अधिकारियों के साथ सिरसा जिला की कई मंडियों का दौरा भी किया था और सभी अधिकारियों और एजेंसियों के संचालकों को भी तेजी से गेहूं का उठान करने के निर्देश दिए थे, लेकिन बावजूद इसके सिरसा जिला की अनाज मंडियों में गेहूं का उठान धीमी गति से हो रहा है. सरकारी आंकड़ों की बात की जाए तो अब तक केवल 48 फीसदी ही गेहूं का उठान हो पाया है. उम्मीद जताई जा रही है कि गेहूं का सीजन फिलहाल मई महीने के पहले हफ्ते तक ही चलेगा ऐसे में जिला प्रशासन और अधिकारियों को गेहूं के उठान में और तेजी लानी होगी.


577 करोड़ दिए किसानों को
सिरसा के डीसी पार्थ गुप्ता ने बताया कि अब तक सिरसा जिला में 6 लाख मीट्रिक टन गेहूं की आवक हो चुकी है, जिसमें से 2 लाख 90 हजार मीट्रिक टन का उठान हो पाया है. डीसी पार्थ गुप्ता ने कहा कि 48 फीसदी गेहूं का उठान हो गया है और बाकि उठान भी जल्द किया जाएगा. पार्थ गुप्ता ने कहा कि 596 करोड़ की पेमेंट किसानों को देनी थी, जिसमे से 577 करोड़ की पेमेंट किसानों के खातों में दी जा चुकी है. पिछले दिनों सिरसा जिला में बारदाने की कमी की वजह से सरसों की खरीद नहीं होने के सवाल पर डीसी पार्थ गुप्ता ने कहा कि बारदाने की समस्या का समाधान हो चुका है और सरसों की खरीद भी सुचारु रूप से शुरू हो चुकी है.


हरियाणा में गेहूं के उठान की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है. इससे किसानों और आढ़तियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वहीं कई जगह बारिश की वजह से हजारों क्विंटल गेहूं पानी में भीग गया था. इसको लेकर व्यापारियों ने अपने डीसी से बात की थी. जिस पर उन्होंने जल्द समस्या का समाधान का भरोसा दिया था.


Input: Vijay Kuamr