Weather Update: उत्तरी भारत में कड़ाके की ठंड पड़ रही है जो कि दिसंबर महीने से शुरू हो गई थी. इस समय पहाड़ी इलाके भी बर्फ की मोटी चादर से ढ़क जाते हैं, लेकिन इस साल कुछ उल्टा ही देखने को मिल रहा है. इस साल पहाड़ी इलाकों में घूमने गए सैलानियों को धोखा मिला, क्योंकि इस साल अभी कई पहाड़ी इलाकों पर बर्फबारी शुरू नहीं हुई. लोगों को सीन बिल्कुल बदला हुआ नजर आया. 


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जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश सब जगह सूखा पड़ा हुआ है. इस इलाकों में बर्फबारी तो क्या बारिश तक नहीं, जिस कारण से यहां सूखा पड़ा है. मौसम विभाग की मानें तो इस सप्ताह के अंत तक इन पहाड़ी इलाकों में सूखे की स्थिति बनी रहेगी. जिसके बाद से हल्की स्नोफॉल देखे जानें की संभावना की जा रही है. पहाड़ी इलाकों में क्यों बर्फबारी नहीं हुई. आइए जानते हैं. 


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मौसम विभाग का कहना है कि इस साल पहाड़ों में काम बर्फबारी होने के पीछे का कारण पश्चिमी विक्षोभ में कमी मानी जा सकती है. दिसंबर से लेकर जनवरी तक हमें बहुत कम पश्चिमी विक्षोभ देखने को मिले हैं. जिसकी वजह से पहाड़ों में बर्फबारी कम हुई है. मैदानी इलाकों में तापमान गिरने के पीछे का कारण है कोहरे का घना लेयर जो कि हम बिल्कुल 27 दिसंबर से ही देख रहे हैं. 


साथ ही बताया कि धूप की किरणें क्योंकि उत्तर भारत में ठीक तरीके से देखी नहीं जा रही है. इस वजह से तापमान में गिरावट देखने को मिल रही है. मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है साथ ही इस समय बारिश का भी अनुमान जताया गया है. उम्मीद है की पूरी जनवरी इस तरीके की ठंड देखने को मिलेगी. एलेन का प्रभाव पिछले साल देखने को मिला था यह एक वैश्विक फीनोमीना है, इसका प्रभाव प्रमुख मानसून के महीने में देखने को मिलता है.