Sonipat News: सोनीपत के गोहाना के गांव माहरा में रोहतक डिस्ट्रीब्यूटर माइनर टूटने से किसानों की करीबन 100 एकड़ फसल जल मग्न हो गई है. किसानों का आरोप है कि सफाई कागजों तक सीमित है. जिसके कारण कई बार माइनर टूट चुकी है, लेकिन प्रशासन द्वारा माइनर की सफाई का कोई विशेष इंतजाम नहीं किया जाता है. 


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सफाई नहीं होने की वजह से बार-बार टूट जाती माइनर 
वहीं माइनर टूटने से गोहाना के गांव माहरा में गेहूं, सरसों और पशुओं के चारे की फसल पानी में डूब गई है. लाखों करोड़ों रुपये खर्च करने के बावजूद भी हर बार किसानों को प्रशासन की लापरवाही का खामियाजा भुगतना पड़ता है. किसानों का कहना है कि सांझे और किराये की जमीन पर खेती करते हैं. स्थानीय किसानों का यह कहना है कि माइनर गंदगी से अटी हुई है. कोई भी सफाई नहीं होती, जिसकी वजह से बार-बार माइनर टूट जाती है.


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पिछले 4 साल से लगातार टूटती आ रही माइनर, शिकायत के बाद भी नहीं होती सुनवाई
स्थानीय पीड़ित किसान का कहना है कि पिछले 4 साल से लगातार माइनर टूटती आ रही है और साथ ही मानइर की सफाई नहीं होती है. किसानों का कहना है कि इसको लेकर प्रशासन को बार-बार शिकायत दी जा चुकी है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं करता है. साथ ही माइनर के कच्चे नाके छोड़ दिए जाते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि सफाई न होने के कारण औवर फ्लो होकर माइनर टूट जाती है. 


100 एकड़ जमीन में चारे, गेहूं, गन्ना और सिरसों की फसल हुई जल मग्न
वहीं किसानों का यह भी आरोप है की फसल खराब होने के बावजूद उन्हें किसी भी फसल का कोई मुआवजा नहीं दिया जाता. हर बार गांव माहरा से ही माइनर टूटती है. करीबन 100 एकड़ जमीन में चारे, गेहूं, गन्ना और सिरसों की फसल जल मग्न हो गई है. किसानों ने माइनर की सफाई की मांग करवाने की मांग की है.


Input: Sunil Kumar