Dr Subhash Chandra interview: एस्सेल ग्रुप ने अब तक के इतिहास में कई बुलंदियों को छुआ है. 2019 में इस ग्रुप पर वित्तीय संकट के बादल छा गए. करीब पांच दशक तक जिस ग्रुप ने कभी डिफॉल्ट नहीं किया, जिस ग्रुप की हर कंपनी में निवेश करके लोगों ने खूब पैसा बनाया, आज उसी ग्रुप पर उसके वित्तीय हालातों, विश्वसनीयता और लेनदारों से जुड़े तमाम सवाल उठ रहे हैं. इस मुश्किल वक्त का डटकर सामना कर रहे ग्रुप के चेयरमैन डॉ. सुभाष चंद्रा से जब इन मुद्दों पर सवाल किए गए तो उन्होंने इनका बेबाकी से जवाब दिया. उन्होंने अपने फ्यूचर प्लांन शेयर करते हुए लेनदारों को एक बड़ा आश्वासन दिया. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि कब तक उनकी कंपनी पूरी तरह से कर्जमुक्त हो जाएगी।


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अब थोड़ा ही कर्ज देना है बाकी 
कर्ज चुकाने को लेकर बात कहां तक पहुंची है. इस सवाल पर डॉ. सुभाष चंद्रा ने कहा, 25 जनवरी 2019 जिस वक्त ये स्थिति आई थी, उसी वक्त इससे पूरी तरह निकलने का इरादा बना लिया था. मेरी हमेशा कोशिश रही है कि जीवन में जो भी स्थिति आए, उसका पूरी तरह से डटकर सामना किया जाए. पिछले साल एक ओपन लेटर जारी कर हमने बताया था कि 92 फीसदी से ज्यादा कर्ज चुका दिया गया है. उसके बाद भी कर्ज चुका चुके हैं. अब उन पर थोड़ा ही कर्ज बचा है.


कुछ डील फाइनल होते ही हो जाएंगे कर्जमुक्त 
कर्ज पूरा कब तक चुका देंगे. इस पर डॉ. सुभाष चंद्रा ने कहा, मैं तो वर्तमान में जीता हूं. ये आज की सच्चाई है. मेरा प्रयास था कि 31 मार्च 2023 तक सारे कर्ज चुका दूं, लेकिन कुछ परिस्थितियों की वजह से देर हो गई. लेनदारों को आश्वासन देते हुए उन्होंने कहा कि कुछ एसेट्स की बिक्री नहीं हुई है. जैसे ही इस पर  कुछ फाइनल होता है, वे पूरी तरह से कर्जमुक्त हो जाएंगे. 


52 साल में कंपनी ने नहीं किया डिफॉल्ट
कर्ज को लेकर लेनदारों से विवाद के कारण और कोर्ट केस से जुड़े सवाल पर डॉ. सुभाष चंद्रा ने कहा, लेनदारों ने एस्सेल ग्रुप को बहुत ज्यादा सपोर्ट किया है. लेनदार जानते हैं कि एस्सेल ग्रुप ने अपने कीमती एसेट्स बेचकर कर्ज चुकाया है. लेनदारों के 40,000 करोड़ रुपए चुकाए हैं. ग्रुप ने अब तक 40,000-50,000 करोड़ रुपये का सिर्फ ब्याज चुकाया है. 1967 से लेकर 2019 तक एस्सेल ग्रुप ने कभी डिफॉल्ट नहीं किया.


एसेट्स बेचने पर नहीं कोई तकलीफ 
कर्ज चुकाने के लिए वर्षों से बनाई संपत्ति बेचने पर कभी कोई तकलीफ होती है. इस पर डॉ. सुभाष चंद्रा ने कहा, कीमती से कीमती एसेट्स बेचने में उन्हें कभी  तकलीफ नहीं हुई. अब दो-तीन अकाउंट का ही पेमेंट करना बाकी है. सबका कर्ज विनम्रता के साथ चुकाने का संकल्प है, जो जल्द पूरा हो जाएगा.


समस्या से निपटना ही दिलेरी 
डॉ. चंद्रा देश में हैं या बाहर चले गए हैं, इस तरह के सवाल पर डॉ. सुभाष चंद्रा ने कहा- समस्या हर किसी के जीवन में आती है, इससे निपटना ही दिलेरी है. ताकतवर आदमी मुसीबत से भागता नहीं, उनसे जूझता है.


ज़ी-सोनी मर्जर जल्द पूरा होने की उम्मीद 
ज़ी-सोनी मर्जर कब तक पूरा होने की उम्मीद है. इस सवाल पर डॉ. सुभाष चंद्रा ने कहा ज़ी एंटरटेनमेंट-सोनी मर्जर में मेरा कोई बड़ा योगदान नहीं है. इस बारे में कुछ कुछ बोलना ठीक नहीं रहेगा. इस विषय में कंपनी के CEO ज्यादा बेहतर बता पाएंगे. जितना उन्हें जानकारी है कि इसके मुताबिक ज़ी एंटरटेनमेंट-सोनी मर्जर जल्द पूरा होने की उम्मीद है.


ज़ी एंटरटेनमेंट को दिलोदिमाग से निकाल चुका हूं
अब भी लोग ज़ी एंटरटेनमेंट को एस्सेल ग्रुप का हिस्सा मानते हैं? इस सवाल पर डॉ. सुभाष चंद्रा ने कहा एस्सेल ग्रुप ने ही ज़ी एंटरटेनमेंट को शुरू किया था. इसलिए बहुत लोगों को कन्फ्यूजन रहता है. आगे भी लोग कुछ समय तक ज़ी एंटरटेनमेंट को एस्सेल ग्रुप का हिस्सा मानेंगे. हालांकि मैं ज़ी एंटरटेनमेंट को  अपने दिलोदिमाग से निकाल चुका हूं.


कर्ज चुकाने के लिए घर भी दांव पर 


90 हजार करोड़ चुकाने के बाद अब नेटवर्थ क्या है? इस पर ग्रुप के चेयरमैन ने कहा, मेरी अपनी नेटवर्थ लगभग नहीं के बराबर है. यहां तक कि मैं जिस घर में रहता हूं. इस पर भी मैंने कर्ज ले रखा है. 


पर्सनल गारंटी का कोई मामला बकाया नहीं 
प्रमोटर पर्सनल गारंटी देने से डरते हैं, लेकिन डॉ. सुभाष चंद्रा ने खुलकर पर्सनल गारंटी दी, इसकी वजह पूछने पर डॉ. सुभाष चंद्रा के मुताबिक, जनवरी 2019 से पहले कभी पर्सनल गारंटी नहीं दी थी. लेकिन, जनवरी 2019 के बाद उन्होंने पुराने कर्ज पर पर्सनल गारंटी दी. फिलहाल, पर्सनल गारंटी का कोई मामला बकाया नहीं है. पर्सनल गारंटी को कोई भुनाएगा तो उसे कुछ नहीं मिलेगा, क्योंकि उनके पास अब कुछ भी नहीं है.


नीयत साफ, सबका कर्ज चुकाना है 
कुछ लेनदार बात सुनने के लिए तैयार नहीं है? इस पर डॉ. सुभाष चंद्रा ने कहा कि हमारी नीयत साफ है, हमें सबका कर्ज चुकाना है.


डिश टीवी पूरी तरह से कर्जमुक्त कंपनी 
डिश टीवी कैश रिच कंपनी है, लेकिन अब भी कई समस्याएं दिख रही हैं? इस पर डॉ. सुभाष चंद्रा ने स्पष्ट किया- डिश टीवी (Dish TV) हमारे ग्रुप की कंपनी नहीं है. वो उनके छोटे भाई जवाहर गोयल की कंपनी है. डिश टीवी आज की तारीख में पूरी तरह से कर्जमुक्त कंपनी है. यस बैंक से कुछ विवाद है, मामला कोर्ट में है. एस्सेल ग्रुप की हर कंपनी में निवेश करके लोगों ने पैसा बनाया है. डिश टीवी के लेंडर्स बिना प्रमोटर के कंपनी चलाना चाहते हैं तो चलाएं.


स्टार्टअप्स की मेंटरिंग कर जुटाएंगे शेयर होल्डिंग
मुश्किल हालात से डॉ सुभाष चंद्रा कैसे निपटेंगे, इससे जुड़े सवाल पर उन्होंने अपना फ्यूचर प्लान शेयर किया. उन्होंने कहा इस वक्त वह टेक्नोलॉजी और दूसरे क्षेत्रों में स्टार्टअप्स की मेंटरिंग कर रहे हैं. इससे बिना पूंजी लगाए कुछ शेयरहोल्डिंग उन्हें मिल जाएगी. जनसेवा के लिए ट्रस्ट बनाया था, उसका काम भी करता रहूंगा.


बुरे वक्त में ही सीखते हैं लोग 
कर्ज से जुड़े मसले पर पर्सनल और प्रोफेशनल लेवल पर क्या सीख मिली. इस पर डॉ. सुभाष चंद्रा ने कहा, बुरा वक्त सब कुछ सिखाता है. व्यक्ति बुरे वक्त में ही ज्यादा सीखता है. कामयाबी के टाइम पर लोग घोड़े पर सवार होते हैं. उन्होंने भी बुरे वक्त में बहुत कुछ सीखा और समझा है. इस मुश्किल वक्त में कुछ लोगों ने उनका साथ दिया.उनका ज्यादातर अनुभव अच्छा रहा.