Gurugram News: हरियाणा सरकार की तरफ से घर बैठे तमाम सरकारी सुविधाएं देने के मकसद से सरकार की तरफ से परिवार पहचान पत्र योजना को लागू किया था, लेकिन अब ये योजना लोगों की परेशानी की वजह बन गई है. अंत्योदय सेंटर के बाहर लगी लोगों की भीड़ इस बात की गवाही दे रही है. लोगों के अनुसार कई घंटे लाइन में लगने के बाद भी परिवार पहचान पत्र में करेक्शन नहीं हो पा रहा है. परिवार पहचान पत्र, पहचान पत्र कम बल्कि अंत्योदय भवन की खिड़कियों पर लाइन पत्र जरूर बन गया है. सरकारी बाबू ने इसमें अपनी मर्जी से उनकी आय तय कर दी, जिसकी वजह से किसी की बुढ़ापा पेंशन कट गई तो किसी का राशन भी इस परिवार पहचान पत्र ने निगल लिया.


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हरियाणा सरकार ने परिवार पहचान पत्र को एक ऐसी सूचना के तौर पर तैयार किया था, जिससे लोगों को घर बैठे उम्र के हिसाब से बुढ़ापा पेंशन और दूसरी योजनाओं  का फायदा मिल सके. साथ ही जिसकी आय कम है सरकारी बाबू उसका पीला राशन कार्ड तैयार कर घर भेज देंगे, लेकिन ज्यादातर लोगों की माने तो उनका पीला कार्ड भी काट दिया गया. परिवार के बुजुर्ग लोगों की पेंशन को भी सरकारी बाबू द्वारा आय डबल लिखने से कट गई. अब पूरे परिवार को परिवार पहचान पत्र के दफ्तर में चक्कर काटने पड़ रहे हैं और एक के बाद एक अपनी शिकायत लगाने के बाद भी लोगों को बिना कोई आश्वासन और करेक्शन के ही घर लौटना पड़ता है. 


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अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिरकार सरकार की इस योजना का फायदा कैसे घर बैठे लोगों को मिलेगा. लोगों का काम आसान करने के लिए सरकार द्वारा इस योजना की शुरुआत की गई थी, लेकिन इसकी वजह से उनकी परेशानी और बढ़ रही है. अब लोग घरों से निकलकर लाइनों में भी लग रहे हैं, समय भी बर्बाद कर रहे हैं, लेकिन उसके बावजूद भी लोगों की समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा. 


मिल रही योजनाओं का लाभ मिलना भी बंद 
सरकार की ये योजना इन दिनों लोगों के लिए परेशानी की वजह बनी हुई है. मजदूरी करने वाले व्यक्ति की आय 10 लाख रुपये दिखाई गई है, वहीं गलत आय की वजह से बुजुर्गों की पेंशन आना भी बंद हो गई है. बिना परिवार पहचान पत्र के छात्रों कॉलेज में प्रवेश भी नहीं मिल पा रहा, मजबूरी में लोग सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं.


Input- Yogesh Kumar