नई दिल्ली : राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (NIA) ने आज पटियाला हाउस कोर्ट (Patiala House Court) में 6 अगस्त को गिरफ्तार आतंकी संगठन ISIS  मॉड्यूल के संदिग्ध आतंकी मोहसिन अहमद को पेश किया. मूलरूप से पटना (बिहार) का रहने वाला मोहसिन दिल्ली के जामिया मिल्लिया इस्लामिया में इंजीनियरिंग फर्स्ट ईयर स्टूडेंट को बाटला हाउस के जोहाबाई एक्सटेंशन स्थित घर से गिरफ्तार किया था. 


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NIA  ने बताया कि मोहसिन ISIS का एक्टिव मेंबर है और भारत के युवाओं को सोशल मीडिया के जरिये ISIS के प्रति रेडिक्लाइज़ करने की कोशिश कर रहा था. बीटेक कर रहा मोहसिन अक्सर अपने छात्र दोस्तों को इस्लामिक स्टेट की खूबियां बताता था.


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मोहसिन अहमद सीरिया में सक्रिय ISIS के आतंकियों से न सिर्फ संपर्क में था, बल्कि वह भारत में बैठकर यहां रहने वाले आतंकी समर्थकों और विदेशी समर्थकों से फंड इकट्ठा कर उस पैसे को क्रिप्टोकरेंसी के जरिये सीरिया भेजने का काम कर रहा था. 


सोशल साइट पर माहौल खराब करने की कोशिश 
दरअसल एनआईए के सोशल मीडिया सेल ने देखा कि कुछ सोशल मीडिया साइट पर देश का माहौल खराब करने और आतंक फैलाने की साजिश रची जा रही है. लिहाजा NIA ने 25 जून को स्वत: संज्ञान लेकर एफआईआर दर्ज की, जिसके बाद 31 जुलाई को NIA ने 6 राज्यों में ISIS की संदिग्ध गतिविधियों पर 13 जगह एक साथ रेड की थी. 


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13 जगहों पर मारे गए छापे 
NIA ने अपनी शुरुआती जांच में पाया कि मध्यप्रदेश के भोपाल और रायसेन जिलों, गुजरात के सूरत, नवसारी और अहमदाबाद समेत बिहार का अररिया के अलावा कर्नाटक के भटकल और तुमकुर सिटी डिस्ट्रिक्ट समेत महाराष्ट्र के कोल्हापुर और नांदेड़ जिलों समेत यूपी के देवबंद में ISIS से जुड़ी गतिविधियां चल रही हैं. इन सभी 13 जगहों पर मारे गए छापों के दौरान कई आपत्तिजनक दस्तावेज भी मिले हैं, जिसकी जांच करने के बाद एनआईए ने 6 अगस्त को मोहसिन अहमद को गिरफ्तार किया. आरोपी के मोबाइल लैपटॉप से कई संदिग्ध मेल ट्रेल मिली है. मोबाइल और लैपटॉप से कई आपत्तिजनक साहित्य और वीडियो मिले हैं. 


कोर्ट में NIA ने दलील दी कि आरोपी मोहसिन अहमद का एक साथी भी है, जिसकी गिरफ्तारी करना अभी बाकी है. मामले की तहकीकात के लिए मोहसिन को कई जगहों में लेकर जाना है, इसलिए 7 दिन की कस्टडी चाहिए. इसके बाद कोर्ट ने मोहसिन को 16 अगस्त तक के लिए NIA को सौंप दिया.