राज टाकिया/रोहतक: अंडर 19 क्रिकेट वर्ल्ड कप जीतकर इतिहास रचने वाली भारतीय टीम की सदस्य सोनिया आज अपने पैतृक गांव जिला रोहतक के ब्रह्मणवास पहुंची.  जहां उनके परिवार के साथ ग्रामीणों ने उसका दिल खोलकर स्वागत किया. इस दौरान मां ने तिलक लगाया तो ग्रामीण ने फूल माला और नोटों की माला की बौछार कर दी. इस पल पर खुश मां ने कहा कि सोनिया के पिता के देहांत के बाद उन्होंने बहुत गरीबी के दिन देखे हैं. आज उनकी मेहनत सफल हो गई है और अब उन्हें लगता है की उसके परिवार के दिन पलट जाएंगे.


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वहीं सोनिया ने अपनी सफलता का श्रेय अपनी मां और अपने कोच को दिया है. कोच सुनील वत्स के अनुसार सोनिया का भविष्य काफी उज्जवल है और वह एक दिन भारतीय सीनियर टीम की सदस्य जरूर बनेंगी. सोनिया के स्वागत से प्रभावित गांव की बच्चियों का कहना है कि सोनिया की सफलता के बाद अब और भी गांव की लड़कियां खेल में आगे निकलेंगी.


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सोनिया के गांव में पहुंचने पर चारों तरफ खुशी का माहौल था. ढोल नगाड़े और बाजे के साथ स्वागत किया जा रहा था. इस खुशी के मौके पर मां ने कहा कि उन्होंने सोनिया के क्रिकेट से लगाव को देखते हुए उसका खेलना जारी रखा. जल्दी ही उसके पिता का साया उसके सिर से उठ गया था, लेकिन उसने मेहनत मजदूरी कर सोनिया के खेल को जारी रखा, बहुत गरीबी के दिन देखे हैं, लेकिन आज उनकी सारी मेहनत सफल हो गई और उनकी बेटी ने गर्व से उसका नाम ऊंचा कर दिया. अब उन्हें विश्वास हो गया है कि अब उसके परिवार के दिन पलट जाएंगे.


सोनिया ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि वह अपनी सफलता का श्रेय अपनी मां और अपने कोच को देती हैं. उनका क्रिकेट से बचपन से ही लगाव था, जिसके खर्च के लिए उसने अपनी मां के साथ मजदूरी भी की है. अपनी सफलता से गदगद सोनिया का अगला लक्ष्य भारत की सीनियर टीम में जगह बनाने का है.


सोनिया की सफलता पर उसकी बड़ी बहन मधु भावुक दिखाई दी और उसने अपने गरीबी के दिन याद किए. जब पूरा परिवार मिलकर मेहनत मजदूरी करता था. आज सोनिया सफलता की सीढ़ियों पर है. इसलिए वह अब सारे गरीबी के दिन भूल जाएंगे. उन्हें उम्मीद है कि उनकी बहन सफलता का यह क्रम जारी रखते हुए भारतीय महिला क्रिकेट की सीनियर टीम में जरूर खेलेगी.


सोनिया के कोच सुनील वत्स ने कहा कि सोनिया 5 साल पहले उनके पास खेलने के लिए आई थी, लेकिन गरीब हालत होने की वजह से उन्होंने कभी इससे पैसे की मांग नहीं की, क्योंकि सोनिया के अंदर उन्होंने क्रिकेट के प्रति काफी लगाव देखा समर्पण देखा. उन्हें उम्मीद है कि सोनिया आगे भी इसी तरह सफलता की सीढ़ियां चढ़ती जाएगी.