Hisar News: हिसार के केंद्रीय भैंस अनुसंधान केंद्र में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ पहुंचे. इस दौरान गांव के किसानों ही हालात पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने चिंता जताते हुए कई सुझाव दिए. साथ ही संस्थान में उन्होंने किसानों को अविवादन किया साथ ही एक बुजुर्ग महिला किसान के पैर छुए और वहां मौजूद किसानों को नए संसद भवन का आने को आमंत्रित किया.


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उपराष्ट्रपति ने कहा कि गांव का किसान दूध बेच देता हैं, लेकिन पनीर शहर से लाता है. कम से कम गांव तो कृषि उत्पादन पदार्थो के मामले में आत्म निर्भर हो. उन्होंने इस दौरान सीआईआरबी के बाबत भी निर्देश दिए हैं. ये निर्देश उन्होंने कैंपस में बदलाव को लेकर दिए है. इसके साथ ही उन्होंने भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान को ऐसा सिलेब्स बनाने को कहा हैं, जो किसानों को वैल्यू एडिड करने के अलावा मार्केट एग्रीकल्चर प्रोड्यूस करना सिखाएं. उनके साथ प्रदेश के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, निकाय मंत्री डॉ. कमल गुप्ता भी मौजूद थे. उन्होंने सीआईआरबी द्वारा अनुसंधान को लेकर किए जा रहे कामों के बारे में वैज्ञानिकों से चर्चा भी की.


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वहीं कार्यक्रम के दौरान उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने किसानों से जुड़ी कई बातों पर अपने विचार रखे, उन्होंने कहा कि किसान पिसता रहे और फायदा अन्य लें, ये ठीक नहीं है. समय आ गया हैं कि किसान को और उनके बच्चों को सोचना पड़ेगा कि दुनियां में सबसे बड़ा व्यापार जो हैं वो कृषि उत्पाद से जुड़ा है.


इस बीच उन्होंने मंच से कहा कि अगली बार जब मैं इस सेंटर पर आउं तो ये परिसर बदला हुआ नजर आना चाहिए. इसे किसानों की सहुलियत के अनुसार ऐसे व्यवस्थित किया जाए.उपराष्ट्रपति ने कहा कि 2047 में भारत विश्व गुरु होगा, पीएम नरेंद्र मोदी को दूरगामी सोच वाला बताते हुए कहा कि उन्हें किसानों की चिंता है.