SMA 1: बेहद ही खतरनाक है ये बीमारी तकरीबन 17 करोड़ के इंजेक्शन पर टीकी रहती है जिंदगी,जानें क्या हैं इसके लक्षण
Zee News Desk
Sep 12, 2023
SMA 1
SMA 1 (स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी) एक आनुवंशिक बीमारी है, जो कि ब्रेन की नर्व सेल्स और रीढ़ की हड्डी को नुकसान पहुंचाती है.
तो वहीं 13 साल का एक मासूम बच्चा इसी बीमारी से जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है. उसका समय पर इलाज होना बेहद ही जरूरी है.
Rare Genetic Disease
स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी एक दुर्लभ आनुवंशिक बीमारी है, जिसका इलाज काफी महँगा होता है. यहीं वजह है कि कई बच्चे इस बीमारी का इलाज समय पर न मिल पाने के कारण दम तोड़ देते है.
Huge amount of Rs 16.79 crore
कई परिवार ऐसे हैं जिनके लिए तकरीबन 16.79 करोड़ की मोटी रकम का खर्च उठा पाना काफी मुश्किल होता है.
Zolgensma
इस बीमारी में स्पाइनल मस्सल एट्रोपी में शरीर के अंदर एक जीन मिसिंग होता है. zolgensma इंजेक्शन देकर ये जीन शरीर में डाला जाता है,जिसके बाद शरीर की मसल्स ठीक प्रकार से काम करने लगती है.
Symptoms of Disease
जिन बच्चों में स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी नामक बीमारी रहती है, उन बच्चों की मांसपेशियां कमजोर पड़ जाती है और सामान्य गतिविधियां भी कमजोर पड़ जाती है और बच्चे को सांस लेने में दिक्कत होने लगती है.
जिन बच्चों के अंदर ये बीमारी होती है, उनके अंदर ये लक्षण दिखाई देते है. हाथ और पैर का कमजोर होना, उठने बैठने में कठिनाई, मांसपेशियों में कपकपी होना, हड्डी और जोड़ों की समस्या होना, निगलने में कठिनाई होना, सांस लेने में परेशानी होना जैसे कई लक्षण दिखाई देते है.
स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी नामक इस बीमारी के कई प्रकार होते है. जो कि अलग-अलग उम्र में पैदा होती है. जो कि दूसरे की तुलना में ज्यादा गंभीर मानी जाती है.
SMA Type 1
जो बच्चे 6 महीने की कम उम्र के बच्चों में देखा जाता है और इसे सबसे ज्यादा गंभीर भी माना जाता है.
SMA Type 2
यह 7 से 18 महीने के बच्चों में विकसित होता है, लेकिन यह टाइप 1 से कम गंभीर माना जाता है.
SMA Type 3
यह 18 महीने की उम्र के बाद दिखाई देता है और इसे कम गंभीर माना जाता है.
SMA Type 4
ये वयस्कों को प्रभावित करता है और हल्की समस्याएं भी पैदा कर सकता है.
स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी टाइप 1 यह बहुत ज्यादा गंभीर बीमारी है. इसके इलाज के बिना ही बच्चा दो साल की उम्र से पहले ही दम तोड़ देता है. टाइप वन में बच्चा बिना सपोर्ट के बैठ और चल तक नहीं सकता.