WFI Controversy News: रेसलर विनेश फोगाट ने मंगलवार को भारतीय कुश्ती महासंघ में चल रहे विवाद के विरोध में अपने खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार लौटाने की घोषणा की है. इसके बारे में उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर जानकारी साझा की. जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है.



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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे गए पत्र में विनेश फोगट ने महिला पहलवानों के साथ किए गए व्यवहार पर निराशा व्यक्त की, जबकि उन्होंने बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, जिन पर पहलवानों के यौन उत्पीड़न का आरोप था.


प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में विनेश ने कहा कि 2016 जब साक्षी मलिक ओलंपिक में पदक जीतकर आई थी तो बीजेपी सरकार ने उन्हें बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की ब्रांड एंबेसडर बनाया था. इसकी घोषणा हुई तो देश की सारी महिला खिलाड़ी खुश थीं. वहीं जब साक्षी को कुश्ती छोड़नी पड़ी तबसे ही मुझे वो साल बार बार याद आ रहा है.


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विनेश ने कहा कि क्या हम महिला खिलाड़ी सरकार के विज्ञापनों पर छपने के लिए ही बनी हैं. हमें उन विज्ञापनों पर छपने में कोई एतराज नहीं है, क्योंकि उसमें लिखे नारे से ऐसा लगता है कि आपकी सरकार बेटियों के उत्थान के लिए गंभीर होकर काम करना चाहती है. मैंने ओलंपिक में मेडल जीतने का सपना देखा था, लेकिन अब यह सपना भी धुंधला पड़ता जा रहा है. साथ ही कहा कि बस यही दुआ करूंगी कि आने वाली महिला खिलाड़ियों का यह सपना जरूर पूरा हो.


बता दें कि बृज भूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह के WFI के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव जीतने के बाद विनेश फोगाट ने साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया के साथ नई दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया था.