Yamunanagar News: बिहार के किसान दूसरे राज्यों में मजदूरी करने को मजबूर- राकेश टिकैत
Rakesh Tikait News: बिहार में 2006 में मंडी व्यवस्था बंद कर दी गई थी, जिसके बाद वहां पर किसानों की हालत खराब है. उन्होंने कहा कि मंडी में मजदूरी करने वाले ज्यादातर प्रवासी मजदूर 5 से 6 एकड़ के किसान है, लेकिन मंडी व्यवस्था बंद कर दिए जाने के कारण वे मजदूरी करने पर विवश है.
Yamunanagar News: BKU राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत आज रादौर अनाज मंडी में जिला परिषद के पूर्व सदस्य शिव कुमार संधाला के प्रतिष्ठान पर पहुंचे. जहां उन्होंने कहा कि अब भाकियू संगठन को मजबूती देने के लिए ट्रैक्टर प्रमुख बनाएंगे और कहा कि बिहार में मंडी व्यवस्था खत्म किए जाने के बाद बिहार के किसान अन्य राज्यों में मजदूरी करने पर विवश हुए हैं. साथ ही कहा कि बाढ़ से प्रभावित खेतों से किसानों को रेत उठाने का अधिकार मिलना चाहिए. एक्पोटर्स की हड़ताल पर कहा की किसानों को अपनी धान बेचनी है, सब बड़े व्यापारी मिले हुए है. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वो कोई भी चुनाव नहीं लड़ेंगे.
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत आज रादौर अनाज मंडी में जिला परिषद के पूर्व सदस्य शिव कुमार संधाला के प्रतिष्ठान पर पहुंचे. टिकैत का मंडी में पहुंचने पर किसानों व आढ़तियों ने फूलमाला डालकर स्वागत कियाय इस मौके पर उनके साथ भाकियू प्रदेशाध्यक्ष रतनमान व जिलाध्यक्ष सुभाष गुर्जर भी मौजूद रहे. इस अवसर पर राकेश टिकैत ने कहा कि व्यापारी बिहार से धान की फसल को सस्ते में खरीद कर यहां महंगे दामों पर बेच रहे हैं. उन्होंने कहा कि बिहार में 2006 में मंडी व्यवस्था बंद कर दी गई थी, जिसके बाद वहां पर किसानों की हालत खराब है. उन्होंने कहा कि मंडी में मजदूरी करने वाले ज्यादातर प्रवासी मजदूर 5 से 6 एकड़ के किसान है, लेकिन मंडी व्यवस्था बंद कर दिए जाने के कारण वे मजदूरी करने पर विवश है. उन्होंने कहा कि यही हालत यूपी के पूर्वांचल क्षेत्र के किसानों की भी बनी हुई है.
टिकैत ने कहा कि एमएसपी के नाम पर केवल 40 प्रतिशत फसल की ही खरीद की जाती है. उन्होंने कहा कि बाढ़ से किसानों को काफी नुकसान किसानों को हुआ है. इसलिए वह सरकार से मांग कर रहे है कि खेत किसान का तो रेत भी किसान का ही हक होना चाहिए. इस मौके पर उन्होंने किसानों को आंदोलन के लिए तैयार रहने के लिए कहा कि अब भाकियू द्वारा जल्द ही संगठन को मजबूती देने के लिए ट्रैकटर प्रमुख बनाए जाएंगे. एक सवाल के जवाब में टिकैत ने कहा कि वो चुनाव नहीं लड़ेंगे. वहीं किसान नेता चढूनी द्वारा चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने चुटकी और कहा कि 10 साल से कर तो रहे है वह जीत की तैयारी, लेकिन कब तक अब किसानों को धोखा देना बंद करना चाहिए. अगर वो जीतेंगे तो बधाई देने जाऊंगा.
INPUT: KULWANT SINGH