Yamunanagar News: पहाड़ों पर हो रही बारिश के चलते हथिनी कुंड बैराज से कल रात लगभग 3 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद जब यह पानी यमुनानगर के कई गांव को टच करते हुए आगे निकला तो इस पानी ने कई गांव को चपेट में ले लिया. वहीं पर ज़ी मीडिया संवाददाता ने जब जीरो ग्राउंड पर जाकर गांव के बीच में जाकर पानी का जायजा लिया तो गांव के हालात की तस्वीरें देखकर लगा कि, कहीं न कहीं प्रशासन ने यमुना के किनारों के लिए तटबंध के टेंडर तो कर दिए, लेकिन वो करोड़ों रुपये के  टेंडर पानी में बह गए या फिर कागजों तक सीमित रह गए.


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किसी भी सरकार ने नहीं किया समाधान
अगर यमुना के किनारे पक्के कर दिए होते तो आज गांव के यह हालात नहीं होते. इस बारे में जब गांव वालों से जानना चाहा तो गांव वालों ने कहा कि न जाने कितने सालों से उनके साथ ऐसा ही हो रहा है. जब भी बारिश का सीजन आता है तो उनको यह मुसीबत उठाने के लिए मजबूर होना पड़ता है. सरकार चाहे किसी भी दल की आई हो उनके गांव की समस्या का समाधान आज तक नहीं हुआ.


समाज सेवक एवं उद्योगपति रोशन लाल कंबोज ने बताया कि पिछले कई साल से जब भी बारिश का सीजन आता है तो उनको बाढ़ का सामना करना पड़ता है, और आज कई गांव के हालात तस्वीरों में आप देख ही रहे कि कितने लाखों रुपये की फसलें खराब हो चुकी है. वहीं लोगों के घरों में पानी घुस जाने से उनके घर का सामान खराब हो चुका है. खाने के लिए गेहूं व पशुओं के लिए सूखा चारा भी पानी में बह रहा है. वहीं पर रोशन लाल कंबोज ने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी तो आते हैं, लेकिन गाड़ी में उतरे बिना चक्कर मार कर वापस चले जाते हैं.


Input: Kulwant Singh