IMD Weather Prediction of 16 November 2023 AQI Level: दिल्ली-एनसीआर में हल्की बारिश से पिछले हफ्ते प्रदूषण से थोड़ी राहत मिली थी लेकिन हवा का बहाव थमने से बुधवार को हालात फिर वैसे ही हो गए. मौसम विभाग के मुताबिक बुधवार को जहरीली धुंध की चादर और घनी हो गई. इसके साथ ही हवा की गुणवत्ता एक बार फिर ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गई है. दिल्ली में बुधवार शाम को एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 401 रहा, जबकि मंगलवार को यह 397, सोमवार को 358 और रविवार को 218 था. 


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पड़ोसी जिलों के हालात भी खराब


दिल्ली के पड़ोसी जिले गाजियाबाद में AQI 378, गुरुग्राम में 297, ग्रेटर नोएडा में 338, नोएडा में 360 और फरीदाबाद में 390 रहा. इन जिलों में वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' दर्ज की गई. वायु गुणवत्ता की निगरानी रखने वाली स्विस कंपनी आईक्यूएयर के मुताबिक, मंगलवार को दुनिया के सबसे प्रदूषित (Delhi NCR Pollution) शहरों की सूची में दिल्ली पहले, ढाका दूसरे, लाहौर तीसरे और मुंबई चौथे स्थान पर रहा.


गुरुवार को ऐसे रहेंगे हालात


दिल्ली सरकार ने प्रदूषण (Delhi NCR Pollution) पर लगाम लगाने के लिए निर्माण कार्य और शहर में डीजल चालित ट्रकों के प्रवेश पर बैन समेत कई कड़े कदम उठाए हैं. इसके बावजूद पिछले कुछ दिनों में दिल्ली की वायु गुणवत्ता में गिरावट आई है. पुणे स्थित भारतीय ऊष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान के मुताबिक बुधवार को दिल्ली में हुए वायु प्रदूषण में पराली जलाने की घटनाओं की हिस्सेदारी 23 प्रतिशत थी. गुरुवार को इसके 11 फीसदी और शुक्रवार को 4 प्रतिशत रहने का अनुमान है.


अगले आदेश तक GRAP रहेगा जारी


आंकड़ों से यह भी पता चला कि दिल्ली में प्रदूषण (Delhi NCR Pollution) फैलाने वाले डीजल-पेट्रोल के वाहनों ने भी हवा की गुणवत्ता खराब करने में 12 से 15 प्रतिशत का योगदान दिया है. दिल्ली के वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) के एक अधिकारी के मुताबिक हालात में सुधार न होने तक GRAP के नियम अगले आदेश तक जारी रहेंगे. 


दिल्ली में लागू हो सकता है ऑड-ईवन


इस हफ्ते की शुरुआत में दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा था कि अगर एक्यूआई 400 का आंकड़ा पार करता है तो दिल्ली सरकार शहर में गाड़ियों की संख्या को सीमित करने के लिए ऑड-ईवन स्कीम को लागू कर सकती है. दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) के विश्लेषण के अनुसार दिल्ली में एक से 15 नवंबर तक प्रदूषण चरम पर होता है, जब पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने की घटनाओं की संख्या बढ़ जाती है.


(एजेंसी भाषा)