Delhi Rain: मंगलवार शाम दिल्ली के कुछ हिस्सों में हुई हल्की बारिश ने वायु गुणवत्ता में मामूली सुधार किया. लेकिन प्रदूषण का स्तर अब भी 'बहुत खराब' श्रेणी में है. दिनभर आसमान में बादल छाए रहे. जिससे अधिकतम तापमान 20.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से अधिक है.


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कितना रहा AQI?


शाम 7 बजे दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 358 दर्ज किया गया, जो सुबह के 398 से थोड़ा बेहतर था. हालांकि, यह अब भी 'बहुत खराब' श्रेणी में आता है. मुंडका और नेहरू नगर जैसे इलाकों में AQI 'गंभीर' श्रेणी में रहा.


AQI श्रेणियां क्या बताती हैं?


0-50: अच्छा
51-100: संतोषजनक
101-200: मध्यम
201-300: खराब
301-400: बहुत खराब
401-500: गंभीर
बारिश के बावजूद दिल्ली के कई इलाकों में हवा की गुणवत्ता चिंताजनक बनी रही.


ग्रैप-4 के प्रतिबंध हटे


केंद्र के वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने प्रदूषण में गिरावट को देखते हुए दिल्ली-एनसीआर में ग्रैप (ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान) के चौथे चरण के प्रतिबंधों को हटा दिया है.


क्या थे चरण-4 के प्रतिबंध?


-सभी निर्माण कार्यों पर रोक.
-गैर-जरूरी डीजल ट्रकों का दिल्ली में प्रवेश बंद.
-स्कूलों को कक्षा 10 और 12 को छोड़कर 'हाइब्रिड' माध्यम में चलाना अनिवार्य.
-बीएस-4 डीजल और पुराने भारी वाहनों पर प्रतिबंध.
-हालांकि, चरण-1, 2 और 3 के तहत लागू प्रतिबंध अभी भी जारी रहेंगे.


मौसम से सुधार की उम्मीद


भारत मौसम विज्ञान विभाग और भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान के अनुसार, मौसम की अनुकूल परिस्थितियों के चलते आने वाले दिनों में वायु गुणवत्ता में और सुधार की संभावना है.


सर्दियों में क्यों बढ़ता है प्रदूषण?


सर्दियों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण बढ़ने के मुख्य कारण हैं...


-वाहनों से निकलने वाला धुआं.
-पराली जलाना.
-पटाखों का धुआं.
-प्रतिकूल मौसमी परिस्थितियां.


जीआरएपी के तहत वायु गुणवत्ता को चार चरणों में बांटा गया है


चरण-1: खराब (AQI 201-300)
चरण-2: बहुत खराब (AQI 301-400)
चरण-3: गंभीर (AQI 401-450)
चरण-4: अतिगंभीर (AQI 450 से ऊपर)


दिल्ली की हल्की बारिश ने प्रदूषण के स्तर में मामूली गिरावट जरूर की लेकिन हालात अब भी गंभीर बने हुए हैं. मौसम विशेषज्ञों को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में स्थिति और बेहतर होगी. प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए लागू किए गए नियमों का पालन करना और जागरूकता फैलाना बेहद जरूरी है.


(एजेंसी इनपुटे के साथ)