The story of Swati Maliwal: आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद और दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष स्वाति मालीवाल एक बार फिर सुर्खियों में हैं. स्वाति मालीवाल ने आरोप लगाया है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पीए विभव कुमार ने सीएम हाउस में उनके साथ बदसलूकी और मारपीट की थी. मामले के सामने आने के बाद आम आदमी पार्टी ने मुद्दे को सुलझाने की कोशिश की थी. आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद ने इस बात को कबूल भी किया था कि विभव कुमार ने मालीवाल के साथ बदसलूकी की है और उस पर कार्रवाई की जाएगी. विभव पर कार्रवाई की बात कहने के अगले दिन संजय सिंह, स्वाति मालीवाल से मिलने उनके घर भी गए थे. लेकिन मुद्दे को सुलझाया नहीं जा सका.


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स्वाति की ओर से पुलिस में एफआईआर दर्ज कराने के बाद आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि वह बीजेपी के इशारों पर केजरीवाल को फंसाना चाहती हैं. हालांकि, स्वाति मालीवाल आम आदमी पार्टी के पुराने नेताओं में से एक हैं. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मालीवाल को एक बार 'दिल्ली की लेडी सिंघम' बताया था. अरविंद केजरीवाल के आंदोलन की रणनीति तैयार करने से लेकर विरोध प्रदर्शन करने तक में स्वाति आम आदमी पार्टी के कोर ग्रुप का हिस्सा रहीं हैं. आइए जानते हैं कि स्वाति मालीवाल कैसे आम आदमी पार्टी से जुड़ीं और AAP संग दोस्ती से दुश्मनी तक के उनका सफर कैसा रहा...


स्वाति मालीवाल की राजनीतिक करियर की शुरुआत


जनवरी 2024 में राज्यसभा सांसद के रूप में चुनी गईं स्वाति मालीवाल एक नेता से ज्यादा एक कार्यकर्ता रही हैं. दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद अरविंद केजरीवाल ने उन्हें जब दिल्ली महिला आयोग का प्रमुख बनाया. 31 साल की उम्र में महिला आयोग की प्रमुख बनने वाली स्वाति सबसे कम उम्र की महिला थीं. दिल्ली महिला आयोग के प्रमुख के रूप में वह काफी सुर्खियों में रहीं. स्वाति मालीवाल के कामों की तारीफ करते हुए अरविंद केजरीवाल ने एक बार स्वाति को 'दिल्ली का लेडी सिंघम' कहा था.


स्वाति मालीवाल का जन्म 1984 में उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में हुआ था. स्वाति के पिता एयर फोर्स के रिटायर्ड अफसर और मां रिटायर्ड स्कूल प्रिंसिपल हैं. स्वाति एमिटी इंटरनेशनल स्कूल से पढ़ी हैं. यहां से वो IT ग्रेजुएट हैं. लेकिन सामाजिक क्षेत्र में काम करने के लिए स्वाति ने नौकरी छोड़ दी. वह अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया के NGO 'परिवर्तन' से जुड़ गईं. इस दौरान उन्होंने झुग्गियों में रहने वाले लोगों के साथ काम किया. झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले लोगों के जीवन को समझने के लिए वह पूर्वी दिल्ली की झुग्गियों में भी रहीं. इसके बाद स्वाति इनके साथ ही अन्ना आंदोलन का भी हिस्सा बनीं. 


मालीवाल केजरीवाल द्वारा शुरू किए गए एनजीओ 'इंडिया अगेंस्ट करप्शन' की कोर कमेटी की सबसे कम उम्र की सदस्य थीं. जब आम आदमी पार्टी ने पहली बार दिल्ली चुनाव जीता तो मालीवाल को केजरीवाल का सलाहकार नियुक्त किया गया.


2015 से 2023 तक DCW चीफ रहीं स्वाति मालीवाल


साल 2015 में स्वाति मालीवाल को दिल्ली महिला आयोग का अध्यक्ष बनाया गया. जनवरी 2024 में राज्यसभा सदस्य निर्वाचित होने से कुछ महीने पहले तक वह इस पद पर बनी रहीं. डीसीडब्ल्यू अध्यक्ष के रूप में मालीवाल ने 2018 में बलात्कारियों को उनकी सजा के छह महीने के भीतर मौत की सजा की मांग करते हुए जंतर मंतर पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल की. इस भूख हड़ताल की वजह से भी वह काफी सुर्खियों में रहीं. हालांकि, कुछ दिनों बाद बिना किसी ठोस नतीजे के उन्होंने हड़ताल समाप्त कर दी. DCW चीफ रहते हुए मालीवाल ने महिला हेल्पलाइन जैसी कई नई पहल की शुरुआत की.


AAP के पूर्व नेता से शादी, 8 साल बाद तलाक


2011 में अन्ना आंदोलन के दौरान ही स्वाति की मुलाकात नवीन जयहिंद से हुई. 23 जनवरी, 2012 को स्वाति की शादी नवीन से हुई. हालांकि, स्वाति और नवीन की शादी 8 साल ही चली. इसके बाद फरवरी 2020 में स्वाति और नवीन का तलाक हो गया.


AAP ने स्वाति पर लगाया गंभीर आरोप


आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी का कहना है कि जब से अरविंद केजरीवाल जेल से बाहर आए हैं तब से BJP बौखलाई हुई है. इसी क्रम में BJP ने एक साजिश रची और इसमें स्वाति मालीवाल को चेहरा बनाया गया. स्वाति मालीवाल बिना किसी Appointment के CM आवास पहुंची और वह मुख्यमंत्री जी पर आरोप लगाना चाहती थीं. लेकिन उस समय वहां CM नहीं थे और वह बच गए. इसके बाद विभव कुमार पर आरोप लगाए गए. 


स्वाति का आम आदमी पार्टी पर पलटवार


आम आदमी पार्टी द्वारा लगाए गए आरोपों पर पलटवार करते हुए स्वाति मालीवाल ने कहा है कि पार्टी में कल के आए नेताओं से 20 साल पुरानी कार्यकर्ता को BJP का एजेंट बता दिया. दो दिन पहले पार्टी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में सब सच कबूल लिया था और आज यू-टर्न. ये गुंडा पार्टी को धमका रहा है कि मैं अरेस्ट हुआ तो सारे राज खोलूँगा. इसलिए ही लखनऊ से लेकर हर जगह शरण में घूम रहा है. 


आज उसके दबाव में पार्टी ने हार मान ली और एक गुंडे को बचाने के लिए पूरी पार्टी से मेरे चरित्र पर सवाल उठाए गए. कोई बात नहीं, पूरे देश की महिलाओं के लिए अकेले ही लड़ती आई हूँ, अपने लिए भी लड़ूंगी. जमकर चरित्र हनन करो, वक्त आने पर सब सच सामने आएगा."