कमर-हाथ-गर्दन में कलावा, ब्लैक मैजिक का शक; 5 लोगों के सुसाइड में बुराड़ी कनेक्शन आया सामने
Delhi Vasant Kunj Suicide Case: दिल्ली के वसंत कुंज में 5 लोगों की आत्महत्या के मामले में अब दिल्ली पुलिस `तंत्रमंत्र` के एंगल पर जांच करेगी. इसके लिए दिल्ली पुलिस 6 साल पहले बुराड़ी आत्महत्या के मामले का अध्ययन करेगी, जिसमें एक ही परिवार के 11 सदस्यों को उनके घर पर मृत पाया गया था.
Vasant Kunj Suicide Tantra Mantra Angle: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के वसंत कुंज इलाके में 5 लोगों की आत्महत्या के मामले में नया मोड़ आ गया है और अब पुलिस तंत्रमंत्र के एंगल से भी जांच कर रही है. बता दें कि वसंत कुंज के रंगपुरी में रहने वाले हीरा लाल शर्मा और उनकी चार बेटियों - नीतू (26), निक्की (24), नीरू (23) और निधि (20) ने आत्महत्या कर ली थी. अब इस केस में पुलिस की चिंता बढ़ गई है, क्योंकि टीम को चारों लड़कियों की कमर, हाथ और गर्दन पर लाल रंग का कलावा बंधा मिला है. इसके साथ ही मौके से मिठाई का एक डिब्बा भी बरामद किया गया है.
बुराड़ी आत्महत्या केस से कनेक्शन?
दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के वसंत कुंज इलाके के इस आत्महत्या के केस को सुलझाने के लिए दिल्ली पुलिस साल 2018 के बुराड़ी आत्महत्या केस का अध्ययन करेगी, ताकि यह पता लगाया जा सके कि व्यक्ति और उसकी चार बेटियों की मौत में कोई 'तंत्रमंत्र' का पहलू तो नहीं था. पुलिस ने कहा कि वे 2018 के बुराड़ी आत्महत्या मामले का अध्ययन करेंगे. बता दें कि साल 2018 में उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी इलाके में एक ही परिवार के 11 सदस्यों को उनके घर पर मृत पाया गया था. सभी की आंखों पर पट्टी और मुंह पर टेप लगा हुआ था.
मर, हाथ और गर्दन पर लाल धागा
पुलिस के अनुसार, पिछले 28 वर्षों से वसंत कुंज स्थित इंडियन स्पाइनल इंजरी सेंटर में बढ़ई का काम करने वाले हीरा लाल शर्मा और उनकी चार बेटियों - नीतू (26), निक्की (24), नीरू (23) और निधि (20) ने आत्महत्या कर ली. पुलिस ने बताया कि शर्मा पिछले साल अपनी पत्नी की कैंसर के कारण हुई मौत के बाद से भावनात्मक और वित्तीय तनाव से जूझ रहे थे. दिल्ली पुलिस ने आगे बताया, 'इस हालिया मामले में हमें पांच शव मिले हैं. इसमें - एक व्यक्ति और उसकी चार बेटियां हैं, जिनमें से दो दिव्यांग थीं और वो किराए के मकान में रहते थे. फोरेंसिक टीम ने शुरुआती जांच के दौरान कमर, हाथ और गर्दन पर एक लाल धागा (कलावा/मौली) बंधा हुआ पाया. हमारी टीमें इस आत्महत्या के तार जोड़ने के लिए बुराड़ी मामले के रिकॉर्ड की जांच करेंगी.
9 महीने से किसी से बात नहीं की
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, 'अभी तक हमें पता चला है कि शर्मा ने पिछले नौ महीनों में किसी से बात नहीं की थी. उन्हें और उनकी बेटियों को कभी-कभार ही बाहर देखा जाता था. उनकी पत्नी की मौत के बाद परिवार ने सभी से संपर्क तोड़ लिया था.' अधिकारी ने कहा, 'टीम ने घर से मिठाई का एक डिब्बा बरामद किया है और सीसीटीवी फुटेज की जांच करने के लिए मिठाई की दुकान पर भी जाएगी, ताकि उसके आने-जाने के रास्ते, उसने सल्फास (जहर) कहां से खरीदा और उसने यह कदम क्यों उठाया, के बारे में पता लगाया जा सके.'
पुलिस को घर में और क्या-क्या मिला?
अधिकारी ने बताया कि शर्मा रंगपुरी गांव में चार मंजिला आवासीय इमारत की तीसरी मंजिल पर फ्लैट में रहते थे. अधिकारी ने बताया कि प्रत्येक मंजिल पर आठ फ्लैट हैं और उनमें से अधिकांश किराए पर हैं. शुक्रवार दोपहर को मिले शवों पर किसी चोट के निशान नहीं थे. पुलिस को घर से ‘सल्फास’ के तीन पैकेट, पांच गिलास और एक चम्मच मिला जिसमें संदिग्ध तरल पदार्थ था. पड़ोसियों ने दावा किया कि उन्होंने शर्मा और उनकी बेटियों को आखिरी बार मंगलवार को देखा था. गली के बाहर से उस दिन का सीसीटीवी फुटेज भी बरामद किया गया है जिसमें शर्मा को हाथ में एक पैकेट लेकर घर में जाते हुए देखा गया था. बताया जा रहा है कि वो वहीं मिठाई का डब्बा हो सकता है जो घर में बरामद हुआ है.
घर से दुर्गंध आने पर मिले शव
पुलिस ने बताया कि पड़ोसियों ने इमारत की तीसरी मंजिल पर स्थित फ्लैट से दुर्गंध आने की शिकायत की थी, जिसके बाद शव बरामद किए गए. पुलिस उपायुक्त ने बताया कि इमारत के मालिक नितिन चौहान को इमारत की देखभाल के लिए तैनात कर्मी ने दुर्गंध के बारे में बताया, जिसके बाद उन्होंने दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने दमकल विभाग की मदद से दरवाजा तोड़ा और पाया कि शर्मा एक कमरे में मृत पड़े हैं, जबकि उनकी चार बेटियों के शव दूसरे कमरे में मिले. अधिकारी ने बताया कि शर्मा करीब 25,000 रुपये प्रति माह कमाते थे, लेकिन जनवरी से काम पर नहीं गए थे.
(इनपुट- न्यूज़ एजेंसी भाषा)