Devendra Fadnavis Oath Ceremony Invitation Card: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में तीसरी बार शपथ लेने जा रहे देवेंद्र फडणवीस का नाम इस बार आधिकारिक निमंत्रण पत्र में थोड़ा अलग लिखा गया है. मुख्य सचिव सुजाता सौनीक द्वारा जारी किए गए निमंत्रण पत्र में उनका नाम "देवेंद्र सरिता गंगाधरराव फडणवीस" लिखा है. पहली बार उनके नाम में उनकी मां सरिता का उल्लेख किया गया है. यह महाराष्ट्र की परंपरा से अलग है जहां आमतौर पर पिता का नाम मध्य नाम के रूप में इस्तेमाल होता है. इससे पहले 2014 और 2019 में उनके शपथ ग्रहण और हाल के विधानसभा चुनावों के हलफनामे में केवल "गंगाधर" नाम था.


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मां के प्रति सम्मान


विशेषज्ञों का मानना है कि इस बदलाव के जरिए फडणवीस ने अपनी मां के प्रति सम्मान व्यक्त किया है. सरिता फडणवीस अक्सर सुर्खियों से दूर रहती हैं. उन्होंने भाजपा की राज्य में जीत के बाद गर्व व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि पार्टी के सभी लोग चाहते हैं कि देवेंद्र फिर मुख्यमंत्री बनें. यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उन्हें बेटे जैसा मानते हैं.



व्यक्तिगत भावनाओं से जुड़ा सियासी कार्यक्रम


यह निमंत्रण राजनीतिक कार्यक्रम में एक भावनात्मक पहलू जोड़ता है. मुंबई के आजाद मैदान में शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां जोरों पर हैं. इस कार्यक्रम में शीर्ष राजनीतिक हस्तियां और गणमान्य मौजूद रहेंगे. देवेंद्र फडणवीस का जन्म एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था. उन्होंने किशोरावस्था में अपने पिता गंगाधर फडणवीस को खो दिया. गंगाधर फडणवीस जनसंघ और भाजपा के नेता थे. इस व्यक्तिगत क्षति के बावजूद उन्होंने राजनीति में अपना अलग स्थान बनाया और महाराष्ट्र के सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री बनने का गौरव हासिल किया.


परिवार का सहयोग


देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस एक बैंकर और सामाजिक कार्यकर्ता हैं. उनकी बेटी दिविजा के भी इस भव्य आयोजन में शामिल होने की संभावना है. अमृता ने हमेशा उनके राजनीतिक सफर में उनका मजबूत समर्थन किया है. देवेंद्र फडणवीस का तीसरी बार मुख्यमंत्री बनना उनकी राजनीतिक यात्रा का अहम पड़ाव है. उनकी मेहनत और दृढ़ता ने उन्हें महाराष्ट्र की राजनीति में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया है.