Attacks on minorities in Bangladesh:  बांग्‍लादेश में हिंदू किस कदर खतरे में हैं, इसका अंदाजा लगाने भी आपकी रूह कांप जाएगी. गाड़ियों से लोगों को खींच खींच कर मारा जा रहा है. बांग्लादेश के सारे चरमपंथी दलों के समर्थक गर्भवती महिलाओं को भी नहीं बख्‍श रहे हैं. दिन दहाड़े हिंदुओं पर हमले हो रहे हैं. उन्हें दौड़ा दौड़ाकर रॉड से मारा जा रहा है. पहचान पत्र देखकर लोगों को छोड़ा और काटा जा रहा है. हिंदू नेता चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी की गिरफ्तारी के बाद उनका उत्पीड़न जारी है. ऐसे हालातों को लेकर पॉपुलर कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने हिंदुओं से एकजुट होकर जागने की अपील की है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

हिंदुओं एक हो जाओ....


अपने वीडियो संदेश में कहा, 'मैं सनातनी भाइयों का ध्यान बांग्लादेश घटना की ओर आकर्षित करना चाहूंगा. जिस इस्कॉन के पुजारी ने हिंदुओं की रक्षा और सुरक्षा के लिए एकजुट होने की अपील की, उस व्यक्ति को उठाकर जेल में डाल दिया गया. कोर्ट में भी बेल नहीं मिली. बांग्लादेश में मंदिरों को, इस्कॉन को आतंकवादी गढ़ बताया जा रहा है. वहां के जो हिंदू आवाज उठा रहे है, उनके ऊपर लाठियां बरसाई जा रही है. उन्हें मारा-पीटा जा रहा है. हिंदुओं के व्यापार पर आक्रमण किया जा रहा है.'


सनातन बोर्ड की मांग दोहराई


उन्होंने अपील करते हुए कहा कि सभी सनातनियों के जागने का वक्त है. सनातन बोर्ड की मांग हम इसलिए कर रहे हैं. सनातनियों को बचाने के लिए कुछ लोग अगर आगे न आए तो कम से कम हम अपने आपको, अपने परिवारों को बचाने में सक्षम हों. अपने पूजा-पद्धति, अपने मठ-मंदिर, अपनी गौ माता, अपनी बहन बेटियां को हम बचाने में सक्षम हों. आप आगे बढ़िए, आवाज उठाइए और हिन्दुओं की सुरक्षा कीजिए. बांग्लादेश जैसा हाल भारत में न हो सके, इसके लिए हमें आगे आना ही होगा.


मेरे साथ कदमताल कीजिए: देवकीनंदन ठाकुर


उन्होंने आगे कहा कि अगर आप आज रुकेंगे और कल से करेंगे तो आप एक दिन देर कर देंगे. यह आपको सोचना है कि मेरी यह बात से आप सहमत हैं अथवा नहीं है. अगर सहमत हैं तो सनातन बोर्ड, कृष्ण भूमि मंदिर के निर्माण में आप हमारा सहयोग कीजिए और हमारे कदम से कदम मिलाइए. भारत को सुरक्षित करने के लिए मेरे साथ कदमताल कीजिए.


VHP ने कहा कि हम इस्कॉन के मुख्य पुजारी चिन्मय कृष्ण दास प्रभु की रिहाई की मांग करते हैं और बांग्लादेश सरकार से किसी भी हिंदू नेता, हिंदू पुजारी या धार्मिक गुरु को बिना किसी कारण के गिरफ्तार करने की मानसिकता से बचने की अपेक्षा करते हैं. (इनपुट-IANS)