Fine of 10 lakh on Go First: डीजीसीए (DGCA) की सख्ती के बाद भी एयरलाइंस कंपनियों का रवैया सुधरने का नाम नहीं ले रहा है. 9 जनवरी के दिन बेंगलुरु से दिल्ली जा रही गो फर्स्ट ने 55 यात्रियों को एयरपोर्ट पर छोड़कर ही उड़ान भर दी थी. इसके बाद एयरपोर्ट पर छूट गए यात्रियों ने जमकर हंगामा किया. इस मामले को लेकर डीजीसीए ने गो फर्स्ट से रिपोर्ट मांगी थी रिपोर्ट आने के बाद डीजीसीए ने कंपनी पर 10 लाख का जुर्माना लगाया है. इसे लेकर सोशल मीडिया पर खुद पैसेंजर्स ने कंपनी को शिकायत दर्ज कराई थी और अपना गुस्सा जाहिर किया था. हैरानी की बात तो तब हो गई जब पता चला कि फ्लाइट के उड़ान भरने के दौरान सभी यात्री ऑन बोर्ड के लिए बस में ही मौजूद थे.


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DGCA ने मांगी थी रिपोर्ट


शिकायत दर्ज कराने के बाद गो फर्स्ट ने लोगों से माफी मांगी और एयरपोर्ट पर बचे 53 पैसेंजर को दूसरे फ्लाइट में शिफ्ट किया गया जबकि उनमें से 2 लोगों ने रिफंड की मांग की थी. जब यह मामला DGCA के पास पहुंचा तब उन्होंने गो फर्स्ट से घटना की जानकारी मांगी. एक पैसेंजर ने ट्वीट करते हुए लिखा कि 55 पैसेंजर 5:35 पर विमान में जाने के लिए बस में तैयार हुए लेकिन 6:30 बजे तक उन्हें रोक दिया गया और फ्लाइट टेक ऑफ हो गई.


स्कूट एयरलाइंस ने किया कुछ ऐसा


यह पहली बार नहीं है जब एयरलाइंस कंपनियों की लापरवाही देखने को मिल रही है. जनवरी 2023 के महीने में एक और मामला सामने आया था जिसमें 30 यात्रियों को एयरपोर्ट पर छोड़कर ही स्कूट एयरलाइंस ने 5 घंटे पहले ही उड़ान भर दी थी. अमृतसर से सिंगापुर की ओर जा रही स्कूट एयरलाइंस की फ्लाइट की उड़ान का समय शाम करीब 8:00 बजे का तय था लेकिन यह फ्लाइट 3:00 बजे ही टेक ऑफ कर गई. एयरलाइन कंपनी ने अपनी सफाई में कहा कि उन्होंने मेल पर समय में बदलाव की जानकारी सभी पैसेंजर को पहले ही दे दी थी.


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