UP Nikay Chunav 2023: दुनिया के किसी भी लोकतंत्र में चुनाव एक त्यौहार की तरह आता है. यहां पर जनता अपने मताधिकार का प्रयोग करती है और अपने लिए प्रतिनिधियों को चुनती है जो वहां की शासन व्यवस्था के लिए उत्तरदायी होते हैं. वर्तमान समय में उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव (UP Nikay Chunav) चल रहे हैं, जहां पर जनता अपने मताधिकार का प्रयोग कर रही है लेकिन जब किसी वोटर से ये सवाल पूछा जाता है कि नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायत में क्या फर्क है तो ज्यादातर लोग बताने में गलती कर बैठते हैं. यहां इन्हीं के बारे में अंतर बताया जा रहा है, ताकी इस सवाल पर आगे से आप कोई गलती न करें.


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इसे कहते हैं नगर निगम?


अगर किसी क्षेत्र की आबादी 5 लाख या उससे अधिक होती है, तब ऐसे क्षेत्र को नगर निगम के रूप में मान्यता दी जाती है. यहां पर मेयर या महापौर के लिए के लिए चुनाव होते हैं. आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में कुल 17 नगर निगम हैं जिनमें शाहजहांपुर को 17वां नगर निगम इसी साल 2023 में बनाया गया.


क्या होती है नगर पालिका?


अगर किसी क्षेत्र की आबादी 1 लाख से लेकर 5 लाख तक होती है, तब ऐसे क्षेत्र को नगर पालिका के तौर पर मान्यता दी जाती है. नगर निगम की तुलना में नगर पालिका छोटी होती है. उत्तर प्रदेश की बात करें तो यहां पर कुल 199 नगरपालिकाएं मौजूद हैं. यहां पर जनता अपने मताधिकार के प्रयोग से नगर पालिका अध्यक्ष का चुनाव करती है.


क्या होता है नगर पंचायत?


अगर क्षेत्र किसी की आबादी 1 लाख से कम और 30 हजार से ज्यादा होती है, तब ऐसे क्षेत्र को नगर पंचायत की मान्यता दी जाती है. आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में कुल 493 नगर पंचायत मौजूद हैं, यहां पर नगर पंचायत अध्यक्ष का चुनाव किया जाता है जिसे नगर पंचायत चेयरमैन भी कहते हैं.