भुवनेश्वर: ओडिशा (Odisha) सरकार ने शनिवार को हाई स्कूल और कॉलेज के पाठ्यक्रम में आपदा और महामारी प्रबंधन (Disaster And Pandemic Management) को शामिल करने का फैसला किया. मुख्यमंत्री नवीन पटनायक (CM Naveen Patnaik) की अध्यक्षता में हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में इस संबंध में एक प्रस्ताव पारित किया गया.


आपदाओं से निपटने के लिए रहना होगा तैयार


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मंत्रिपरिषद ने कहा कि उसे लगा कि राज्य में हर किसी को बार-बार आने वाले चक्रवातों और महामारी (Cyclone And Pandemic) जैसी आपदाओं से पैदा होने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए अच्छी तरह से तैयार रहना चाहिए.


ओडिशा मॉडल की दुनियाभर में हो रही चर्चा


प्रस्ताव में कहा गया है कि एक समय था जब ओडिशा आपदाओं का सामना करने और आपदाओं में जान गंवाने को लेकर विवश था, लेकिन आज आपदा प्रबंधन के ओडिशा मॉडल की दुनियाभर में प्रशंसा हो रही है. इस परिवर्तन में केंद्र पर राज्य का दृढ़ विश्वास है और आपदा की तैयारी सामुदायिक भागीदारी में शामिल है.


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मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने क्या कहा?


मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा, 'समय आ गया है कि हम राज्य में एक विशाल नॉलेज इन्फ्रास्ट्रक्चर का निर्माण करें, जो सभी को एक योद्धा बना देगा. आज हम एक भविष्य का निर्णय ले रहे हैं. हम अपने लोगों को बड़े पैमाने पर प्रशिक्षित करेंगे कि ज्ञात आपात स्थितियों से कैसे निपटें और कैसे प्रतिक्रिया करें उन स्थितियों के लिए जहां परिणाम का अनुमान नहीं की लगाया जा सकता है.'


उन्होंने कहा कि अब से हाई स्कूल और कॉलेज का हर छात्र पाठ्यक्रम के हिस्से के तहत आपदा और महामारी प्रबंधन के बारे में जानेगा.


सीएम नवीन पटनायक ने कहा कि राज्य अपने कर्मचारियों को विभिन्न प्रकार की आपदा और महामारी प्रबंधन की मौलिक प्रकृति के बारे में भी प्रशिक्षित करेगा. आपदा और महामारी प्रबंधन सरकारी भर्ती पाठ्यक्रम में भी होगा. उन्होंने कहा कि निर्वाचित प्रतिनिधियों को भी आपदा और महामारी प्रबंधन के बारे में प्रशिक्षित किया जाएगा.


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